गढ़वा में बालिकाओं के बीच किया गया तलवारबाजी प्रतियोगिता
गढ़वा में बालिकाओं के बीच किया गया तलवारबाजी प्रतियोगिता
बेहतर प्रदर्शन करने पर बालिकाओं को किया गया पुरस्कृत
गढ़वा:-कला एवं समाज सेवा को समर्पित संस्था पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच द्वारा गढ़वा जिले की प्रथम कवयित्री व संस्कार भारती गढ़वा जिला इकाई की सहमंत्री अंजलि शाश्वत की परिकल्पना पर आधारित गढ़वा जिला में पहली बार तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन आशीर्वाद मैरेज हॉल के प्रांगण में कला के सर्जक भगवान नटराज की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पर्चन गढ़वा जिले की प्रथम योगसाधिका अर्चना कुमारी द्वारा मंत्रोच्चार के बीच किया गया।
बालिकाओं के लिए विशेष रूप से आयोजित इस ऐतिहासिक तलवारबाजी प्रतियोगिता में इकतीस बालिकाओं ने हिस्सा लिया।
नवम से बारहवीं तक के समूह में
प्रथम कुमारी सोनाली सोनी (उत्क्रमित उच्च विद्यालय मझिआंव)द्वितीय नरगिस नाज़ (मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका +2 विद्यालय गढ़वा),आठवीं तक के समूह में प्रथम गुलनाज खातून (मध्य विद्यालय चिरौंजिया)
द्वितीय सुप्रिया कुमारी (मध्य विद्यालय चिरौंजिया),विशेष प्रदर्शन हेतु सम्मान झूलन कुमारी (कराटे गुरु मनोज संसाई की शिष्या )
दोनों समूहों की प्रथम विजेता को तलवार तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के निदेशक नीरज श्रीधर स्वर्गीय ने कहा कि बालिकाओं में वीरता का भाव जाग्रत करने के उद्देश्य से इस तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इस आयोजन के माध्यम से अपने जीवन में पहली बार तलवार का प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं में जो आत्मविश्वास दिखा वह सभी के लिए अनुकरणीय और प्रेरणादायक है।
राज्यस्तरीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में रजत पदक विजेता अद्विता आर्या ने कहा कि आज मुझे यह देख कर बहुत ही खुशी हो रही है कि गढ़वा जिले में पहली बार तलवारबाजी की प्रतियोगिता करवाई गई है। वह भी विशेष रूप से केवल बालिकाओं के लिए। यह आयोजन नारी सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
गढ़वा जिले की कवयित्री अंजलि शाश्वत ने कहा कि आज का दिन गढ़वा के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। बालिकाओं के अन्दर वीरता का भाव भरने का यह आयोजन अद्भुत व अनुकरणीय है। बालिकाओं से मेरा कहना है कि आप यदि अपनी प्रतिभा को जीवित रखना चाहती हैं तो दुनिया से लड़ने के लिए कमर कस लीजिए क्योंकि यहाँ बेटियाँ भाषणों में जितना मान पाती हैं उतना असल जीवन में नहीं।
पतंजलि योग समिति की गढ़वा जिला इकाई की शुरुआत करने वाले योग साधक फलाहारी बाबा ने कहा कि बालिकाओं के लिए आयोजित यह एक पुनीत व प्रेरणादायक कार्य है। ऐसे विशेष अयोजन की परिकल्पना करने वाली अंजलि शाश्वत का हृदय से आभार
उत्सव गार्डन के प्रोपराइटर अनिल सोनी ने कहा कि आज मुझे प्रसन्नता हो रही है कि तलवारबाजी प्रतियोगिता का ऐतिहासिक अयोजन हमारे आशीर्वाद मैरेज हॉल के प्रांगण में किया गया। भारतीय संस्कृति को पोषित करने वाले अयोजनों हेतु मैं हर संभव सहयोग प्रदान करने का वचन देता हूँ।
विश्व हिन्दू परिषद् के गढ़वा जिलाध्यक्ष सोनू सिंह ने कहा कि मैं यह पूर्ण विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच का यह ऐतिहासिक आयोजन दुर्गा वाहिनी गढ़वा जिला इकाई के लिए आधारशिला साबित होगा। इस आयोजन से वैसे लोगों को शिक्षा लेनी चाहिए जो बड़े-बड़े मंचों पर भाषणों में नारी सशक्तिकरण की केवल बातें किया करते हैं।
अधिवक्ता आशीष दुबे अग्निवीर ने कहा कि बालिकाओं को समर्पित इस ऐतिहासिक अयोजन का हिस्सा बनने का मुझे जो अवसर मिला है वह मेरे लिए सौभाग्य का विषय है।
शिक्षक राम प्रदीप राम ने कहा कि आज के इस ऐतिहासिक अयोजन में सहयोग करने वाले सभी लोगों का हृदय से धन्यवाद!
संस्कार भारती पलामू विभाग प्रमुख डॉक्टर शम्भू कुमार तिवारी ने कहा कि आज के इस ऐतिहासिक अयोजन में सम्मिलित होने वाली सभी बालिकाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के द्वारा की जानी चाहिए।
इस आयोजन में निर्णायक की भूमिका अद्विता आर्या, ब्रजेश तिवारी, सोनू सिंह तथा गंगेश पाण्डेय ने निभाई।
अयोजन में राजेश कुमार ,पूनम कुमारी, शुभम केशरी , रूपाली सोनी,अजय कुमार सोनी, प्रियंका ,शमशीदा, प्रियांशु,रुचि, सुहानी, रिंकू, अनामिका, रानी ,खुशी, अणिमा, शतरूपा, प्रीति,मुस्कान, ब्यूटी, दक्ष, पार्थ, चांदनी, अनामिका, संध्या सुमन, प्रिया, पुष्पा आदि उपस्थित रहे।
गढ़वा जिले की प्रथम योगसाधिका अर्चना कुमारी के द्वारा किए गए शान्ति पाठ के साथ आयोजन सम्पन्न हुआ।
