एम.के.डी.ए.वी.में चल रहे तीन दिवसीय संकुल स्तरीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का हुआ समापन ।

एम.के.डी.ए.वी.में चल रहे तीन दिवसीय संकुल स्तरीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का हुआ समापन ।

ई.ई.डी.पी में ” मूविंग टुवर्ड्स एक्टिव क्लासरूम एवं हैप्पी क्लासरूम ” पर हुआ विचार मंथन ।

शिविर में सीखे नवाचार,शिक्षण- तकनीकि को प्रशिक्षु कक्षा- कक्ष तक ले जाएं।-डॉक्टर जी.एन. खान

7 जनवरी 2025 को सेंट्रल मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के अकादमी उत्कृष्टता केंद्र के तत्वाधान में एम.के.डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल डालटेनगंज में आयोजित तीन दिवसीय संकुल स्तरीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का समापन हुआ। इस शिविर में तीसरे दिन कुल तीन सत्र सभी प्रशिक्षुओं ने एक साथ विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें ई.ई.डी.पी में कला समेकित शिक्षा श्री सुजय कुमार मिश्रा प्राचार्य सिमडेगा द्वारा ” मूविंग टुवर्ड्स एक्टिव क्लासरूम” – श्रीमती प्रीति कुमारी डाल्टनगंज द्वारा हैप्पी क्लासरूम, श्रीमती श्वेता कुमारी लोहरदगा द्वारा ” नई शिक्षा नीति 2020 ” – श्री कमलेश कुमार प्राचार्य डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल खलारी द्वारा ” गुगली गू ( इट्स टाइम फॉर सम क्रिएटिविटी)” श्रीमती सतनाम कौर डाल्टनगंज द्वारा , ” हैप्पी क्लासरूम एंड जेंडर इक्वालिटी” – सी.बी.एस.ई की रिसोर्स पर्सन श्रीमती रवीना श्रीवास्तव द्वारा, एन.ई.पी. 2020 सी.बी.एस.ई के रिसोर्स पर्सन सह प्राचार्य एलिट पब्लिक स्कूल डालटेनगंज शतदरू राय द्वारा और ” मेंटल हेल्थ एंड वेल बीइंग” – श्री सुधांशु गुप्ता डाल्टनगंज द्वारा प्रस्तुत किया गया।

ई.ई.डी.पी समूह में ‘ कला समेकित शिक्षण’ पर विचार व्यक्त करते हुए डी.ए.वी. सिमडेगा के माननीय प्राचार्य श्री सुजय कुमार मिश्रा ने बताया कि छोटे बच्चे आग्रही होते हैं, किंतु शिक्षकों का किसी बात के लिए अत्यधिक आग्रह उनके कोमल मन पर बोझ बन जाता है। छोटे बच्चों के बीच क्रियात्मक शिक्षण- गीत , संगीत, नृत्य अत्याधिक प्रभावी होता है। किंतु बड़े बच्चों के बीच यह हास्यास्पद हो सकता है, शिक्षक इसका ख्याल रखें । प्राचार्य जी ने अनेक हिंदी फिल्मों ब्लैक, तारे जमीन पर इत्यादि का उदाहरण देकर प्रशिक्षुओं को विषय समझाया । नई शिक्षा नीति 2020 की चर्चा करते हुए डी.ए.वी. खलारी के माननीय प्राचार्य महोदय ने ” कंम्पिटेंसी बेस्ड टीचिंग, लर्निंग एंड एसेसमेंट ” की बात कही। उन्होंने 1 जनवरी 2025 को मेघालय में जन्मे इस वर्ष के सबसे पहले बच्चे की बात करते हुए बीटा जेनरेशन के बारे में बताया। प्राचार्य जी ने बताया कि हर 20 – 25 साल बाद एक नई पीढ़ी आती है। उनके चरित्र में एक विशेष बदलाव आता है। उन्हें हमें रोकना नहीं, नियंत्रित रखना है, जो किसी शिक्षक के लिए चुनौती पूर्ण कार्य है । हमें इसमें दक्ष होना होगा । गूगल गू‌ विषय पर ई.ई.डी.पी समूह में चर्चा करते हुए डाल्टनगंज की शिक्षिका श्रीमती सतनाम कौर ने बताया कि शिक्षक अगर परंपरागत तरीकों के बजाय रचनात्मक तरीके अपनाते हैं तो उनकी कक्षा प्रभावी होगी,और बच्चे और अधिक सीखेंगे । श्रीमती कौर ने ” छायाचित्रण एवं कबाड़ से जुगाड़ के माध्यम ” से प्रशिक्षुओ को विषय समझाया ।

इस शिविर के चौथे एवं अंतिम सत्र में सभी प्रशिक्षु विषय वार अपने निर्धारित कक्षा में पहुंचकर विषय विशेषज्ञों से एवं मास्टर ट्रेनर्स के साथ विषयों के अत्याधुनिधिक शिक्षण विधि पर मंथन किये। सभी समूहों में सत्र का समापन शांति पाठ के साथ किया गया । सभी प्रशिक्षु भोजन ग्रहण कर समूह छायांकन में सम्मिलित हुए और अपने-अपने घरों की तरफ सुरक्षित वाहनों से प्रस्थान किये।

इस कार्यक्रम में पधारे सी.बी.एस.ई के रिसोर्स पर्सन विषय विशेषज्ञों को, इस कार्यक्रम के क्षेत्रीय संयोजक सह सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल्स झारखंड क्षेत्र आई, सह प्राचार्य एम.के.डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल डालटेनगंज, डॉक्टर जी.
एन.खान ने शाल एवं फल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉक्टर खान ने कहा कि इस कप कंपाती ठंड में प्रशिक्षु अपने घरों से निकलकर तीन दिनों तक छात्र हित में विचार मंथन किये। शिक्षण की नई तकनीकि, बच्चों की बदलती मनोवृति एवं अभिभावकों की आकांक्षाओं के अनुरूप उचित शिक्षण पद्धति पर विचार किया । अनेक नवाचार एवं अत्याधुनिक शिक्षण तकनीकि को प्रत्येक विद्यालय तक पहुंचाया जाए एवं आगामी सत्र में अपने शिक्षण में एक क्रांतिकारी सुधार, परिवर्तन लाएं। डी.ए.वी प्रबंधन एवं हम सभी की यही अपेक्षा है ।हमें यह विश्वास है कि हमारे प्रशिक्षु अपने विद्यालय के विकास, गरिमा एवं छात्र हित में इन बातों को शत प्रतिशत अपनाएंगे। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं एवं माननीय प्राचार्य महोदयों को साधुवाद दिया।