चला बुलडोजर, सिंचाई भवन की भूमि से हटा अतिक्रमण

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चला बुलडोजर.. सिंचाई भवन की भूमि से हटा अतिक्रमण की अतिक्रमणों को 24 घंटा का अल्टीमेट दिया गया था खाली नहीं करने पर कार्रवाई की गई।

डंडई अंबेडकर चौक स्थित सिंचाई भवन के 90 डिसमिल जमीन पर हुए अति क्रमण को वरिय पदाधिकारी के निर्देश पर अंचल कार्यालय के सीआई राजेंद्र प्रसाद यादव ने मंगलवार को बुलडोजर चलवा कर अतिक्रमण मुक्त कराया है। बताया जाता है कि है वर्षों से लोग सिंचाई भवन के जमीन को अतिक्रमण कर उस पर स्थायी रूप से झाला, सिटायुक्त झोपड़ी, गुमटी और चार दिवारी लगाकर भाड़े पर लगा दिए थे। वहीं छोटे-छोटे दुकानदारों से अतिक्रमणकारी अपना बताकर भारी भरकम किराया वसूल रहे थे। जैसे ही ग्रामीणों की शिकायत पर अंचल विभाग को मामला संज्ञान में आया। पदाधिकारी रेस हो गए और तत्परता दिखाते हुए
अतिक्रमणकारियों को 24 घंटे के अल्टीमेटम दिया गया। इसके बाद अंचल के कई पदाधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और उसे पर बुल्डोजर चलवा कर अतिक्रमण मुक्त कराया। हालांकि अंचलाधिकारी के निर्देश के बाद कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण जमीन को मुक्त कर दिया गया था। लेकिन शेष लोग अधिकारियों के द्वारा अंतिम चेतावनी देने के बावजूद भी वे अतिक्रमण मुक्त करना नहीं चाहे
टालमटोल करते हुए जमे हुए थे। मंगलवार को अंचल कर्मियों द्वारा पाया गया कि कई लोग चेतावनी के बाद भी जगह को खाली नहीं किया। तभी जेसीबी मशीन बुलाकर अवैध कब्जे को मुक्त कराया। इस दौरान घंटे देर तक जैसीबी मशीन चला और जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने तक पदाधिकारी और पुलिस बल के जवान डटे रहे। बुल्डोजर चलने के बाद उक्त सिंचाई भवन के जमीन को

अतिक्रमण मुक्त कराया गया। कई ग्रामीणों का कहना है कि सिंचाई भवन के जमीन पर तो अतिक्रमण खाली हो गया।

लेकिन कृषि बाजार का लगभग ढाई एकड़ भूमि पर अवैध तरीके से लोगों का कब्जा जमा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग की उदासीनता के कारण दिन प्रतिदिन कृषि बाजार के जमीन विलुप्त होती जा रही है। राजस्व कर्मचारी इंडेश्वर बैठा ने अपने रिपोर्ट के अनुसार बताया की बाजार समिति गैर मजरूआ मालिक झारखंड सरकार का खाता नंबर 10

टालमटोल करते हुए जमे हुए थे। मंगलवार को अंचल कर्मियों द्वारा पाया गया कि कई लोग चेतावनी के बाद भी जगह को खाली नहीं किया। तभी जेसीबी मशीन बुलाकर अवैध कब्जे को मुक्त कराया। इस दौरान घंटे देर तक जैसीबी मशीन चला और जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने तक पदाधिकारी और पुलिस बल के जवान डटे रहे। बुल्डोजर चलने के बाद उक्त सिंचाई भवन के जमीन को

प्लॉट नंबर 1506 कुल रकबा 6 एकड़ 45 डिसमिल जमीन है। जो गैर मजरूआ जंगल झाड़ी खाते की भूमि है। जिसमें करीब 60 वर्ष पूर्व सिंचाई विभाग को 90 डिसमिल जमीन बंदोबस्ती की गई थी तथा करीब1
एकड़ जमीन अन्य ग्रामीण बंदोबस्त करा लिए हैं। वहीं दो एकड़ भूमि कृषि विभाग बाजार का है। शेष करीब ढाई एकड़ जमीन पर कई लोगों के द्वारा अवैध रूप से अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया गया है।

कुछ वर्ष पहले भूमि को सीमांकन कर खुटा पिलर गड़ा गया था लेकिन लोग उसे उखाड़ कर फेंक दिए हैं। अतिक्रमण मुक्त को लेकर अंचल कार्यालय के सी आई राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि वरिय पदाधिकारी के निर्देश पर सिंचाई भवन के 90 डिसमिल जमीन पर हुए अतिक्रमण को आज मुक्त कराया गया। उन्होंने बताया कि अतिक्रमणकारियों को 24 घंटे के अल्टीमेटम दिया गया था खाली नहीं करने पर यह कार्रवाई की गई है।

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