भाजपा को मोदी जी का पुतला दहन करना चाहिए : सन्नी शुक्ला
भाजपा को मोदी जी का पुतला दहन करना चाहिए : सन्नी शुक्ला
पलामू भाजपा के सदस्यों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी का पुतला दहन करने पर झामुमो युवा मोर्चा अध्यक्ष सन्नी शुक्ला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा पर कटाक्ष किया। जब राज्य के मुख्यमंत्री हमारे शहर में न्युक्तियां बांट युवाओं के चेहरे पर मुस्कान बिखेर रहे हों तब भाजपा जैसी विकास विरोधी पार्टी के लोग ही विरोध कर सकते हैं। इस राजनीतिक परिपाटी की शुरुवात कर उन्होंने एक बहुत ही गलत परम्परा की शुरुवात की है। कभी धार्मिक मंच से चुनावी भड़काऊ भाषण, तो कभी राज्य के मुख्यमंत्री जिस दिन आपके शहर में हो उसी दिन पुतला दहन, भारत मंडपम में ‘अतिथि देवो भवः’ और ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ सिर्फ लिखवा देने से चाल, चरित्र, चेहरा बदल नहीं जाता है। इन्हें पूर्व की रघुबर सरकार को याद करना चाहिए, जब वो पलामू आते थे तब छात्र और युवा उन्हें काला झंडा दिखाते थे, उन्होंने लाठी चार्ज भी किया गया था पलामू के युवाओं पर। पलामू में इनके 4 विधायक हैं, बताना चाहिए भाजपा को कि उन्होंने कभी युवाओं-छात्रों के लिए क्या किया है।इनके विधायक-सांसद कोरोना काल से ही जनता से सोशल डिस्टेंसिंग में रहते आ रहे हैं।
इनको तो मोदी जी का पुतला दहन करना चाहिए, जिन्होंने 2 करोड़ नौकरियां हर वर्ष देने का वादा किया था, जरा पूछ लें अपने आका से कि 18 करोड़ नौकरियां का क्या हुआ। अगले वर्ष 20 करोड़ का डाटा मांगूंगा याद रहे। आज मुख्यमंत्री खुद पलामू आ कर नौकरियां बांट रहे हैं, पलामू के लिए ये बहुत बड़ी सौगात है। जनता का हित होता देख इन्हें घबराहट हो रही है कि इनका तंबू जल्द ही जनता, उखाड़ फेंकने वाली है। युवाओं और छात्रों में माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी की बढ़ती लोकप्रियता देख, ये लोग बौखलाहट में आ गए हैं। गरीबों को नौकरी मिले ये भाजपा के लोगों को बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है, वरना इनकी अंधभक्तों की ट्रोल सेना का अस्तित्व खतरे में आ जायेगा। आज पलामू के 5132 परिवार को खुशियां देने का काम हेमंत सरकार ने किया है। भाजपाइयों को ‘स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ घूम कर देखना चाहिए। इनके सरकार में सरकारी विद्यालयों का हाल कितना बुरा था और आज ये उत्कृष्ट विद्यालय प्राइवेट स्कूलों को भी टक्कर दे रहे हैं। छात्रों के भविष्य को संवारने के साथ-साथ हेमंत सरकार युवाओं को नियुक्तियां भी दे रही है। पांच साल तक बांटने और ठगने वाली रघुबर दास की सरकार नहीं है अब झारखंड में। जनता की आवाज इस सरकार में सुनी भी जाती है और उनकी समस्याओं का हल भी निकलता है।
