अंतर सदन मेंहदी कला प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

आज दिनांक 10 अगस्त 2024 दिन शनिवार को ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के सभाकक्ष में छात्राओं के द्वारा अंतर सदन मेंहदी कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। सभी सदन बायरन, इलियट, शेक्सपीयर एवं कीट्स के छात्राओं ने निर्धारित विषय पर आधारित मेंहदी कला कौशल का हाथ पर प्रदर्शन किया।
कक्षा छटवीं से बारहवीं तक के छात्रों को दो समूहों में विभाजित किया गया। समूह ए में कक्षा छटवीं से आठवीं तक तथा समूह बी में कक्षा नवीं से बारहवीं तक की छात्राएँ थी। सभी प्रतिभागियों ने काफी सुंदर और मनमोहक मेंहदी प्रदर्शन किया। जिसके उपरांत विद्यालय के नियुक्त्त निर्णायक दल के द्वारा घोषित परिणाम इस प्रकार रहे –
समूह ए में – साक्षी कुमारी (आठवीं) बायरन सदन से, आराध्या पाल (छटवीं) कीट्स सदन से, अमीषा पाण्डे (सातवीं) शेक्सपीयर सदन से, तथा सादफ (आठवीं) इलियट सदन से प्रथम स्थान पर रहे। तनु प्रिया (छटवीं) बायरन सदन से, गुनगुन कुमारी (आठवीं) इलियट सदन से, आकृति कुमारी (सातवीं) कीट्स सदन से तथ प्रिया कुमारी (छटवीं) शेक्सपीयर सदन से द्वितीय स्थान पर रहे। प्रिया दुबे (आठवीं) बायरन सदन से, श्वेता (सातवीं) इलियट सदन से, अंजली (सातवीं) कीट्स सदन से तथा स्वाती (छटवीं) शेक्सपीयर सदन से तृतीय स्थान पर रहे।
उसी प्रकार समूह बी में – ईशिता (दसवीं) बायरन सदन से, सिद्धि श्री (ग्यारहवीं) बायरन सदन से, तान्या मेहता (बारहवीं) इलियट सदन से, निर्जला (दसवीं) कीट्स सदन से तथा आर्या मौर्या (दसवीं) शेक्सपीयर सदन से प्रथम स्थान पर रहे। पूजा भारती (बारहवीं) बायरन सदन से, भूमिका कुमारी (ग्यारहवीं) इलियट सदन से, जिया (बारहवीं) इलियट सदन से, नायशा सिन्हा (दसवीं) कीट्स सदन से द्वितीय स्थान पर रहे। लक्की (ग्यारहवीं) बायरन सदन से, अनामिका (बारहवीं) एवं सौम्या श्रुति (नवीं) इलियट सदन से, तनिष्का, (दसवीं) आयुषी रानी (दसवीं) एवं रागिनी शर्मा (बारहवी) कीट्स सदन से तृतीय स्थान पर रहे।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ॰ ए॰ के॰ सिंह ने सभी छात्रों को अंतर सदन मेंहदी कला प्रतियोगिता की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि सावन महीने में मेंहदी का अपना पारंपरिक महत्व है। मेंहदी के प्रयोग से त्वचा की अनेक बीमारियों का इलाज स्वतः हो जाता है। इसके माध्यम से छात्राओं में श्रृजन क्षमता का भी विकास होता है। तत्पश्चात् उन्होंने सभी शिक्षकों की सराहना करते हुए विद्यालय के छात्रों को अनुशासन, सदाचार एवं सुविचार की भावना को अपने हृदय में जगाए रखने का संदेश दिया। ऐसे कार्यक्रम में भाग लेने से छात्रों की मानसिक क्षमता एवं उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। चाहे नृत्य, खेलकूद हो या अन्य कोई प्रतियोगिता, इससे जीवन में सुख-दुख या उतार-चढ़ाव को सहने की क्षमता में वृद्धि होती है। बच्चों के सृजनात्मक अभिरुचियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बच्चों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।