अगस्त क्रांति दिवस के उपलक्ष में विचार गोष्ठी हुई आयोजित

अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर बेरोजगार संघर्ष मोर्चाके जिला कार्यालयमें एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने किया संचालन संजय कुमार ने किया सर्वप्रथम महात्मा गांधी की तस्वीर पर फूल माला चढ़कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई
मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था परिवर्तनकारी शुरुआत हुई अहिंसक तरीके से राष्ट्रीय रूप ले लिया भारत छोड़ो आंदोलन का 82 वर्षगांठ है करो और मारो सिर्फ नारा नहीं था यह आंदोलन का आग था इतना जबरदस्त आंदोलन हुआ की अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा महात्मा गांधी अहिंसा क्रांति के पुजारी थे उन्होंने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को आजाद करवाया महात्मा गांधी का सपना था कि आजाद भारत में सबको मान सम्मान के साथ रोटी कपड़ा और मकान मिले लेकिन आज गांधी जी के देश में है भय भूख भ्रष्टाचार व्याप्त है देश हिंसा और आतंकवाद से जूझ रहा है गांधी के देश में हिंसा का कोई स्थान नहीं गांधी जी के सपनों का भारत बनाने के लिए एकता और अखंडता की जरूरत है उच्च नीच गरीब अमीर का भेदभाव को मिटाने के लिए एक और क्रांति की जरूरत है मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव में हमें गौरवान्वित करता है तो नहीं उपजी चुनौतियों से पार पाने की प्रेरणा भी देता है जयपाल मोची ने गांधी जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांधी जी के आदर्शों को आत्महत्या करने की जरूरत है इस अवसर पर विशाल कुमार प्रभात कुमार अभिषेक कुमार विक्की कुमार रजक पीयूष कुमार अनिल राम उमेश राव राजू राम संजीत कुमार संजय चौरसिया शिवनारायण साहू ने अपने-अपने विचार व्यक्त किया राम नरेश महतो ने धन्यवाद ज्ञापित किया