आंदोलनकारी योद्धा कमल किशोर भगत की जयंती पर आजसू पार्टी ने अर्पित की श्रद्धांजलि

पलामू – झारखण्ड आन्दोलनकारी योद्धा कमल किशोर भगत की जयंती पर आजसू पार्टी ने श्रध्दांजलि दी।
झारखण्ड आन्दोलन के अगुवा व विर योद्धा कमल किशोर भगत का आजसू पार्टी ने जयंती मनाई। आजसू पार्टी के केन्द्रीय सचिव सतीश कुमार के आवास पर कार्यक्रम आयोजित की गई। कार्यक्रम के आरंभ में माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर श्रध्दांजलि दी गई ।कमल किशोर भगत उर्फ बबलू दा के जिवन पर प्रकाश डाला गया। आजसू पार्टी के केन्द्रीय सचिव सतीश कुमार ने कहा कि अलग झारखण्ड राज्य के आन्दोलन मे अग्रणी भूमिका निभाने वाले इस योद्धा का नाम स्वर्ण अक्षर मे अंकित हो गया। सड़क से सदन तक का इनका सफर अनुकरणीय है। राज्य के निर्माण से नवनिर्माण तक के लिए लगातार संघर्षरत रहे। झारखंड आंदोलनकारियों के मान सम्मान व स्वाभिमान के लिए लगातार बिधान सभा में मुखर रहे।
बिजय मेहता ने कहा कि समता जजमेंट लागू करने के लिए कमल दा ने पहली बार बिधान सभा में सवाल उठा कर झारखण्डी जनता को प्राकृतिक संपदाओं पर 26 प्रतिशत अधिकार देने का सवाल उठाया।
बिकेश शुक्ला शुक्ला ने कहा कि आदिवासी समुदाय के लिए लगातार सरना धर्म कोड को लागू करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार पर दबाव बनाया।
इम्तियाज अहमद नजमी ने कहा कि झारखण्ड नवनिर्माण के लिए मार्गदर्शी कमल किशोर ने बड़ी रेखा खिच कर हमसबो को अलविदा कर गय, इनकी बात राज्य में खुशहाली आने तक याद रहेगी।छात्र नेता अभिशेख राज ने कहा कि बबलू दा छात्र नौजवानों का प्रेरणा शक्ति रहे है। आन्दोलनकारी प्रदीप कुमार सिन्हा ने कहा कि आन्दोलन से बिधायक बनने तक कमल किशोर भगत ने राज्य के गरीब आदिवासी समाज दलित समाज का आवाज़ रहे। आजसू पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष रहने के बाद बिकास की ज्वाला धधकाने का कार्य किए।तुलसी शुक्ला संतन मेहता प्रेम कान्त तिवारी नरेन्द्र पाण्डेय आलोक अग्रवाल राजदेव उरांव बिशाल रवि आदि उपस्थित थे।