तुलसी मानस मंदिर कमिटी के तत्वाधान में कवि सम्मेलन का अयोजन किया गया।

तुलसी मानस मंदिर कमिटी के तत्वाधान में कवि सम्मेलन का अयोजन किया गया।
पलामू जिले के मेदिनीनगर के साहित्य समाज के निकट स्थित तुलसी मानस मंदिर के 71वें अधिवेशन श्री राम चरित्र मानस पाठ के तत्वाधान में एक कवि सम्मेलन आयोजित की गई। जिसमें मुख्य संचालन करता मनीष भिवानिया ने सभी को फूलों का माल अंग वस्त्र देकर स्वागत किया।
इसमें पापोल से पधारे विद्यानंद सरस्वती जी रामायण राजा हरिश्चंद्र को पुत्र नहीं था कैसे वशिष्ठ के द्वारा चार पुत्र राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न नामकरण हुआ।
जानकी सीता के बारे में संक्षिप्त में रामायण का पूरा विस्तार किया हरिवंश प्रभात अपने कविता के माध्यम से श्री राम चरित्र मानस का बखान किया।
हरिहरगंज से पधारी कवित्री किरण राज ने कविता के माध्यम से प्रभु श्री राम के गीत भवसागर से पर करेगा राम नाम उद्धार करेगा मिल जाएगा मोक्ष तुझे राम से प्यार करेगा सैन भक्तों से करते हैं।
सबकी झोली भरते हैं परशुराम तिवारी राष्ट्रभक्ति कैसे सैनिक बॉर्डर पर रहते हैं अपनी कविता से मंत्र मुक्त किया।
श्रीमती रेणुका पांडे अपनी बातों से संगठन कैसे धार्मिक कार्यों का विस्तार पूर्वक जानकारी दी अनुज पाठक ने भी अपनी कविता से लोगों को खूब झूमे रवि शंकर पांडे जी शिक्षक सेवानिवृत्ति पड़वा मोड़ निवासी अपनी बातों से 40 वर्षों से कविता के माध्यम से राम नाम का बखान किया। श्रीमती विनीता श्रीवास्तव भारत देश एक धार्मिक प्रधान संस्कृति सभ्यता से जानी जाती है।
मौके पर कमेटी के अध्यक्ष इंजीनियर भारत सिंह, सचिव शिवनाथ अग्रवाल, संयुक्त सचिव मनीष भिवानिया, कोषाध्यक्ष बलिराम शर्मा,सत्येंद्र चौबे सुमन, मनीष कुमार मिश्रा,प्रेम प्रकाश दुबे,रामनरेश सिंह,विजय कुमार ठाकुर,राम प्रवेश पंडित,विजय शंकर मिश्रा,ओमप्रकाश दुबे,रंभा गुप्ता,लव कुश मेहता,अमरेश मेहता,बसंत जायसवाल, सुरेश उदयपुरिया,धन्यवाद ज्ञापन मनीष भिवानिया ने किया बुधवार की रात्रि को कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा हुई।