बाल विवाह पर रोक के लिए जागरूकता अभियान चलाया

बाल विवाह पर रोक के लिए जागरूकता अभियान चलाया
महिलाएं बोलीं- लड़कियों की शादी 21 व लड़कों की 23 वर्ष में करें
डंडई प्रखंड के जरही गांव में मंगलवार को जेएसएलपीएस के द्वारा सुरक्षित बचपन खुशहाल जीवन के तहत बाल विवाह व महिला बाल शोषण मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया गया। जागरूकता अभियान जेएसएलपीएस के महिला समूह की महिलाओं के द्वारा जरही पंचायत सचिवालय भवन से हो कर जरही गांव के विभिन्न टोल व मोहल्ले में भ्रमण कराया गया। इस दौरान अभियान में शामिल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बच्चों के बचपन को सुरक्षित करने के लिए बालविवाह प्रथा पर रोक लगाएं, नाबालिग से विवाह करना अपराध है, शिक्षा विवाह
नहीं एक बच्चे की सफल जीवन की कुंजी है, सहित अन्य नारे लगा रहे थे। अभियान में सीसी विकास कुमार ने कहा कि समाज में आज भी कम उम्र में अपने बच्चों की शादी कर देते हैं। जिससे उन्हें कई बीमारियों का शिकार होना पड़ता है।
वहीं उनकी पढ़ाई लिखाई भी बंद हो जाती है। उन्होंने कहा कि बेटा हो या बेटी किसी को कम उम्र में विवाह करना अपराध है। लव चौधरी ने कहा की सुरक्षित बचपन व खुशहाल जीवन के माध्यम से लोगों को अपने बच्चे व बच्चियों को कम उम्र में विवाह नहीं करने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया
जा रहा है। कम उम्र में बच्चे व बच्चियों को विवाह कर देने से उन्हें शारीरिक रूप से काफी कमजोर व कई बीमारियों का शिकार होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र कम से कम 21 वर्ष व लड़का का शादी 23 वर्ष में करना चाहिए।
इस मौके पर अभय कुमार, लव चौधरी, फूलकुमारी देवी, रानी देवी, मीना देवी, सीता देवी, मनी देवी, रंजीता देवी, ममता देवी, पुष्पा देवी, किरण देवी, सरिता देवी आरती देवी, कुंती देवी, संगीता देवी, सुनैना देवी, सरिता देवी गीत देवी सहित अन्य लोग शामिल थे।