लाखेपुर में सड़क निर्माण में भारी अनियमितता, ग्रामीणों में आक्रोश
महुआडांड़ प्रखंड के लाखेपुर गांव में विशेष प्रमंडल द्वारा लगभग 22 लाख रुपये की लागत से आरसीसी मुख्य सड़क से एकलव्य आदर्श विद्यालय तक सड़क निर्माण कराया गया है। लेकिन इस निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग और निर्माण मानकों की अनदेखी किए जाने का गंभीर आरोप स्थानीय ग्रामीणों ने लगाया है।ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण का कार्य कुछ दिन पहले अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद ठेकेदार द्वारा हड़बड़ी में पूरा किया गया, जिससे गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।जल्दबाजी में कराए गए इस निर्माण कार्य में सरकारी मानकों का खुलेआम उल्लंघन किया गया है।स्थानीय लोगों के अनुसार सड़क निर्माण में जीएसबी की परत मात्र तीन इंच तक ही डाली गई है, एवम ढलाई में मैटेरियल भी जितना डालना था उतना नही डाला गया जबकि सरकारी मानकों के अनुसार इसकी मोटाई इससे कहीं अधिक होनी चाहिए। इससे सड़क की मजबूती और दीर्घकालिक टिकाऊपन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कार्यस्थल पर किसी प्रकार की तकनीकी निगरानी नहीं हुई। न तो कनीय अभियंता और न ही विभाग का कोई जिम्मेदार अधिकारी नियमित रूप से स्थल पर मौजूद रहा, जिससे ठेकेदार मनमाने तरीके से घटिया कार्य कराकर चलता बना।सरकारी नियमों के अनुसार निर्माण स्थल पर योजना से संबंधित सूचना बोर्ड लगाना अनिवार्य होता है, लेकिन यहां न तो कोई सूचना बोर्ड लगाया गया और न ही योजना की जानकारी सार्वजनिक की गई। ग्रामीणों के अनुसार शिलान्यास के समय लगाया गया बोर्ड भी बाद में हटा दिया गया, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।इस मामले को लेकर लाखेपुर के ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि यदि समय रहते निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच नहीं कराई गई, तो यह सड़क कुछ ही समय में जर्जर हो जाएगी और सरकारी धन की खुली बर्बादी साबित होगी।इस संबंध में झारखंड लोकतांत्रिकक्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के प्रखंड अध्यक्ष कुलदीप नायक और प्रखंड सचिव प्रेम पांडेय ने बताया कि सड़क का निर्माण पूरी तरह से घटिया तरीके से किया गया है। उन्होंने जिले के वरीय अधिकारियों से उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।ग्रामीणों ने भी संबंधित विभाग और जिला प्रशासन से दोषी ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं पर रोक लग सके और गांव को एक मजबूत व टिकाऊ सड़क मिल सके।

