नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी कार्रवाई के विरोध में गढ़वा में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, केंद्र पर लगाया राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप
नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के विरोध में बृहस्पतिवार को ज़िला अध्यक्ष इंजीनियर ओबैदुल्लाह हक अंसारी के नेतृत्व में गढ़वा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज़िला परिषद मार्केट परिसर से अंबेडकर चौक होते हुए इंदिरा गांधी पार्क तक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में जुटे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ नारेबाजी की। मौके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र नाथ तिवारी, उदय नारायण तिवारी,राम करेश चौबे, त्रिपुरारी सिंह, योगेंद्र चौबे,अयूब खान, खुर्शीद आलम, ऋषभ चंद्रवंशी, मोसाहिद हुसैन, बजेंद्र चौधरी, मुस्लिम अंसारी, आनंद यादव, रोहित पाण्डेय, गयासुद्दीन अंसारी, मंसूर अंसारी, अतरिंद्र नाथ दुबे, नसीम अंसारी,प्रमोद विश्वकर्मा,आसिफ खान, जमशेद आलम, जवाहर चौधरी,मनोज गुप्ता,प्रियरंजन दास,मंसूर अंसारी,हरदेव राम,आलमगीर आलम,मकबूल अंसारी,मोहित राम,संजय भारती,भी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल हुए।
गढ़वा के जिला परिषद मार्केट से अम्बेडकर चौक होते हुए इन्दिरा गांधी पार्क तक पैदल मार्च
प्रदर्शन से पहले सभी कांग्रेसी जिला परिषद में एकत्रित हुए और वहां से जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए गढ़वा इंदिरा गांधी पार्क की ओर बढ़े।मौके पर गढ़वा जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओबैदुल्लाह हक अंसारी ने कहा कि बिना एफआईआर के सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी द्वारा परेशान किया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में ईडी को फटकार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रही है और यदि यह सिलसिला जारी रहा तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी। जिला अध्यक्ष ने कहा कि आरोप बिना किसी आधार के लगाए गए थे और इस मामले में हाल के फैसले पर राजनीतिक दबाव का असर पड़ा। नेशनल हेराल्ड मामला केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का सबूत है। आरोप लगाए गए, लेकिन बिना किसी आधार के और इस मामले में, सत्ता के दबाव का कल के फैसले पर सबसे ज़्यादा असर पड़ा है। आरोप हवा में तैर रहे थे, लेकिन कानून जमीन पर मजबूती से खड़ा रहा।
वरिष्ठ नेता उदय नारायण तिवारी ने कहा कि 2021 और 2025 के बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के कई सेशन किए, जिसमें कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से पांच घंटे और राहुल गांधी से तीन घंटे पूछताछ शामिल है। उन्होंने कहा कि इन पूछताछ की खबरें देश भर के अखबारों के पहले पन्नों पर छपी थीं।
लोकतंत्र पर हमले का आरोप
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर लगाए गए आरोप निराधार साबित हो चुके हैं, इसके बावजूद ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग लोकतंत्र को कमजोर करने के बजाय मजबूत करने के लिए होना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर में केंद्र सरकार की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला बताया।

