पलामू में संपत्ति छोड़ विदेश भागे लोगों की संपत्ति गुप चुप ढंग से हुई नीलाम
केंद्र ने पलामू में चिह्नित 11 संपत्ति को शत्रु संपत्ति करार दिया गया है
नीलामी में एक ही परिवार के चार लोग शामिल हुए, दो लोगों ने नीलामी में संपतियां हासिल कर लिया
इस संबंध में किसी समाचार पत्र में नीलामी से संबंधित विज्ञापन या स्थानीय स्तर पर माईकिंग के द्वारा आम लोगों को जानकारी नहीं दी गई
पलामू: 1965 और. 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद झारखंड में अपनी संपत्ति छोड़ कर पाकिस्तान और चीन भाग गये लोगों की संपत्ति को केंद्र ने शत्रु संपत्ति करार दिया है. पलामू के हुसैनाबाद अनुमंडल के हैदरनगर स्थित करीमनडीह गांव की मोकहर कला पंचायत में ऐसी 11 संपत्तियां चिह्नित की गयी हैं. जिन्हें केंद्र सरकार ने अब नीलाम करने की प्रक्रिया की है. ई-नीलामी 25 जून 2025 को गुप चुप ढंग से की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नीलामी की प्रक्रिया में स्थानीय स्तर पर प्रचार प्रसार करना था। मगर किसी को जानकारी हुए बिना ही नीलामी कर दी गई। सरकार इन संपत्तियों की नीलामी कर राजस्व जुटाने के लिए यह व्यवस्था की है.
हर संपत्ति का आरंभिक मूल्य तय किया गया है. जबकि हर बिड का इंक्रीमेंटल वैल्यू पांच हजार रुपये तय हुआ है. सभी भूमि का प्रकार कृषि है. इस नीलामी को रद्द कर पुनः नीलामी की प्रक्रिया करने की मांग स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार व जिला प्रशासन से की है।