सरकार लाखों नौकरी के वादे कर रही फिर इन्हें अनदेखा क्यों ?

कोरोना इन्ही योद्धाओं के बदौलत जीती हमने .. अरुणा शंकर
सरकार लाखों नौकरी के वादे कर रही फिर इन्हें अनदेखा क्यों ?
महापौर अरुणा शंकर ने आज नगर निगम कर्मीयों द्वारा सारे निगम के कार्य को ठप करते हुए अपने मांगों को लेकर दी गई धरना पर बैठे स्थल पर पहुंच कर उनकी बातों को सुनी l प्रथम महापौर ने कहा हमारे दैनिक वेतन भोगी श्रमिक या कॉन्ट्रैक्ट श्रमिक जो लंबे समय से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष उठाते आ रहे और वर्षों से निगम को निर्विवाद सेवा देते आ रहें फिर सरकार इनको परमानेंट क्यों नहीं कर रही जबकि सरकार लाखो नई नई बहाली के वादे रोज रोज कर रही l प्रथम महापौर ने कहा हमें नहीं भूलना चाहिए जब हमारे देश में कोरोना की त्रासदी थी और सारे लोग घर से नहीं निकल पा रहे थे उस वक्त हमारे योद्धा के रूप में सामने आए निगम कर्मी, पुलिस कर्मी एवं मेडिकल पारा स्टाफ के बदौलत ही उस लड़ाई को मात दे पाए अगर उस वक्त हमारे निगम कर्मी अपनी जान की बाजी लगाकर शहर की नली गली को स्वच्छ नहीं रखे होते तो हजारों जाने जा सकती थी l सरकार को उसी वक्त पूरे राज्य के दैनिक वेतन निगम कर्मियों को पुरस्कार के रूप में स्थाई कर देना चाहिए था जबकि आज तक यह दैनिक वेतन भोगी अपनी मांगों को लेकर दर-दर भटक रहे l मैं उनकी मांगों का समर्थन करती हूं सरकार को उनकी मांग गंभीरता से लेनी चाहिए l प्रथम महापौर ने धरना स्थल पर कर्मियों से मिलने के बाद नगर आयुक्त से मिलकर उनकी बातों को गंभीरता से रखी l नगर आयुक्त ने सरकार में इनकी बातों को मजबूती से रखने का भरोसा दिया l