जल निकायों में बढ़ रहा ‘डेड एरिया,’ जीवनचक्र पर पड़ रहा असर, सबकुछ हो सकता है खत्म

नदी-तालाबों में कई बार मछलियों के मरने की घटना आपने सुनी और देखी होगी, लेकिन क्या आपको पता है कि इसकी असल समस्या क्या है और यह कितनी खतरनाक होती जा रही है. मनुष्य और धरती के ऊपर रहने वाले जीवों के लिए जितनी महत्वपूर्ण बाहरी ऑक्सीजन है, पानी में रहने वाले जीवों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण पानी की ऑक्सीजन है. लेकिन पानी की ऑक्सीजन धीरे-धीरे खत्म हो रही है, जिससे आने वाले समय में इसका असर मनुष्यों पर भी पड़ सकता है.
दरअसल, दुनियाभर के सभी जलनिकायों में डेड वाटर एरिया बढ़ रहा है. यानी पानी में ऑक्सीजन की कमी हो रही है. वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर यह इसी तरह से जारी रहा तो दुनियाभर में बड़ा संकट आ सकता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसी स्थिति में तेजी से पानी में रहने वाले जीवों की मृत्यु होने लेगेगी, जिसका गंभीर असर मनुष्यों पर भी पड़ेगा.