बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने स्वामी विवेकानंद के 122वीं पुण्यतिथि मनाई

बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में महान देशभक्त स्वामी विवेकानंद के 122वीं पुण्यतिथि मनाई गई कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कीl संचालन संजय कुमार ने कियाl सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर फूल माला चढ़कर कार्यक्रम की शुरुआत की गईl
मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि स्वामी विवेकानंद महान देशभक्त युक्तदृष्टा , दार्शनिक एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणा स्रोत थे। जिनका निधन 4 जुलाई 1902 ई को हुआ था एक युवा संन्यासी के रूप में भारतीय संस्कृति की सुगंध भी खेलने वाले साहित्य दर्शन एवं इतिहास के प्रकांड विद्वान थे। युगांतरकारी आध्यात्मिक गुरु जिन्होंने हिंदू धर्म को गतिशील तथा व्यवहारिक बनाया और मजबूत सभ्यता के निर्माण के लिए आधुनिक मानव से पश्चिमी विज्ञान और भौतिकवाद को भारत को संस्कृत से जोड़ने का आग्रह किया। स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श थे समाज के नवनिर्माण में युवाओं के महत्वपूर्ण भूमिका होती है किसी भी देश की युवा उसके भविष्य होते हैं विवेकानंद ने कहा था उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए। युवा जिधर भी जाए एक नई लकीर खींचे। अपनी ऊर्जा को सकारात्मक एवं रचनात्मक कार्यों में खर्च करें। जयपाल मोची ने स्वामी विवेकानंद के जीवनी पर प्रकाश डाला एवं उनके आदर्शों को अपनाने की अपील की। इस अवसर पर उमेश कुमार पासवान राजू राम दीपक कुमार अरुण कुमार पासवान सूरज कुमार सुधीर कुमार रंजीत कुमार राणा कुमार अनिल राम संजय चौरसिया श्याम पाठक प्रदुमन तिवारी संतोष विश्वकर्मा ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। रामनरेश महतो ने धन्यवाद ज्ञापित किया।