“09 जुलाई की हड़ताल को लेकर पलामू तैयार — मजदूर विरोधी लेबर कोड्स के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे यूनियन”
पलामू के संयुक्त ट्रेड यूनियन का ऐलान, 09 जुलाई देशव्यापी हड़ताल को पलामू में सफल करेंगे।
केंद्र सरकार को मजदूर विरोधी 04 लेबर कोड वापस लेना होगा।
रेड़मा स्थित इप्टा कार्यालय में संयुक्त ट्रेड यूनियन की ओर से प्रेस वार्ता आयोजित किया गया था। जिसमें झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूर यूनियन के (संबद्ध एटक) के महासचिव राजीव कुमार, झारखंड राज्य विद्यालय रसोइया संघ(संबद्ध एक्टू) के अध्यक्ष अनीता देवी, कॉर्डिनेशन कमिटी सफाई कर्मचारी यूनियन की सचिव दिव्या भगत, एम्पलाइज फेडरेशन के अंकित कुमार के साथ अन्य ट्रेड यूनियंस के लोग मौजूद थें।
मौजूद ट्रेड यूनियन नेताओं ने कहा कि 09 जुलाई को देश भर के ट्रेड यूनियंस ने आम हड़ताल की घोषणा की है। यह हड़ताल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 04 लेबर कोड के खिलाफ है। आजादी के आंदोलन के समय से लेकर आज तक मजदूरों ने लड़कर, हड़ताल कर, कुर्बानी देकर जितने भी कानूनी अधिकार प्राप्त किए हैं। उन सभी कानूनों को केंद्र सरकार निरस्त कर रही है। नए लेबर कोड्स को बिना मजदूर यूनियन की सलाह लिए, बिना संसद में बहस के पास कर दिया गया है। बिल्कुल किसान विरोधी तीन कानूनों की तरह। नए लेबर कोड्स कॉर्पोरेट परस्त हैं। जहां हड़ताल करने के अधिकार, यूनियन बनाने के अधिकार, न्यूनतम आय के अधिकार, को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। देश में काम कर रहे लाखों स्कीम वर्कर्स को मजदूर भी नहीं मानती है नए लेबर कोड्स उनके अधिकारों की तो बात तो छोड़ ही दें। इन लेबर कोड्स के आने के बाद स्कीम वर्कर्स की हालत बंधुआ मजदूरों की हो जाएगी।
बेरोजगारी से जूझ रहे इस देश में, केंद्र सरकार मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य बीमा, न्यूनतम आय और रोजगार सृजन को लेकर कानून बनाने की जगह उन्हें कॉरपोरेट की बंधुआ मजदूर बनाने की कोशिश कर रही है। इसके खिलाफ देश भर के मजदूर संगठन और किसान संगठन ने देशव्यापी आम हड़ताल की घोषणा की है। पलामू के सभी मजदूर संगठन, किसान संगठन हड़ताल को सफल करने के लिए 09 जुलाई को सड़कों पर उतरेंगे।
