वन विभाग की अधिकारियों ने बलपूर्वक अवैध घेराबंदी को किया ध्वस्त

पचम्बा थाना क्षेत्र के पिंडाटांड गांव में बुधवार को अचानक वन विभाग की टीम स्थानीय पुलिस बल के साथ पहुंची और वन क्षेत्र में अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। मौके पर स्थानीय ग्रामीण 100साल से रहने की बात कहते हुए अंचल रसीद निर्गत होने का दावा करते हुए विरोध भी किया लेकिन वन विभाग की अधिकारियों ने बलपूर्वक अवैध घेराबंदी को ध्वस्त कर दिया।
वायस – गौरतलब है कि पिंडाटांड क्षेत्र में काफी दिनों से वन भुमि पर अतिक्रमण की शिकायत आ रही थी जिसकी सूचना पर बुधवार को वन विभाग की टीम पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर जेसीबी से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। लगभग 5एकड़ क्षेत्र में घेराबंदी किया जा चुका था जिसमें मुर्गी पालन हेतु सेड भी बनाया गया था और सरकारी कुआं का भी निर्माण किया गया था। अतिक्रमण स्थल को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि क्षेत्र में घर बना कर भी लोग अवैध रूप से रह रहे हैं हालांकि वन विभाग की टीम ने किसी के घर को तो नहीं तोड़ा लेकिन वन भूमि पर किये गये घेराबंदी को jcb से नष्ट कर दिया और मुर्गी सेड को भी ध्वस्त कर दिया गया।
इस बाबत स्थानिय ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें यह जमीन अंग्रेजी शासन के पहले टिकैत के द्वारा बन्दोबस्ती दिया गया है और अंग्रेजी शासन के दौरान नामांतरण भी हुआ है वर्तमान में ऑनलाइन रशीद भी निर्गत जा रही है।
अगर ग्रामीणों की माने तो ऑन लोगों का कहना है कि वन विभाग इस मामले में कानून का सहारा लेती तो हम लोग कागजात के माध्यम से न्यायालय में अपना पक्ष रखते लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों का पक्ष नहीं सुना और जबरन अतिक्रमण का आरोप लगाकर लगभग 5 एकड़ जमीन पर तोड़फोड़ कर दिया। ग्रामीणों ने media कर्मीयों को इस बावत बताते हुए कहा कि वह लोग अपने हक के लिए सरकार द्वारा निर्गत संबंधित जमीन के कागजातों के सहारे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।