टोरी स्टेट की राजा परिवार हिंदू – मुस्लिम एकता, भाईचारा, सद्भाव की मिसाल
मुहर्रम की दसवीं को ताजिया फात्हा दुसरी तरफ घुरती भगवान जगन्नाथ रथ की पूजा की रस्म एक साथ निभाया टोरी स्टेट के राजा परिवार।
टोरी। चंदवा। चंदवा प्रखंड के कामता गांव में एक अनूठी परंपरा व हिंदु – मुस्लिम एकता दसकों से चली आ रही है।
यहां टोरी स्टेट की राजा परिवार ने एक तरफ घुरती रथ पर्व पर भगवान जगन्नाथ की पूजा व दुसरी तरफ मुहर्रम की दसवीं को ताजिया फात्हा करने की रस्म एक साथ निभाया। आज मुहर्रम की दसवीं को ताजिया इनके घर पर पहुंचा तो उस समय उनके घरपर घुरती रथ पूजा की तैयारी हो रही थी, ताजिया आंगन में खड़ी हुई तो लाल प्रेरित नाथ शाहदेव सभी का हालचाल पूछा, घर से शिरनी दिया और अगरबत्ती जलाया फात्हा करवाकर शिरनी सभी के बीच वितरित किया और खुद भी खाया, डब्बा में सभी को नास्ता दिया।
इस परंपरा की शुरुआत टोरी स्टेट की राजा लाल जगत मोहन जगधात्री नाथ शाहदेव व रानी दुर्गावती देवी ने की थी।
लाल जगत मोहन जगधात्री नाथ शाहदेव के बेटे स्व0 लाल प्रताप नाथ शाहदेव, लाल प्रदीप नाथ शाहदेव ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया।
अब उनके वंशज लाल प्रेरित नाथ शाहदेव, लाल प्रणव नाथ शाहदेव इस परंपरा को जारी रखे हुए हैं।
इस परिवार की विशेषता यह है कि इनके परिवार के सदस्यों को हिंदु मुस्लिम की एकता के प्रतिक हैं, गंगा जमुनी तहजीब का अनूठा नजारा देखने को इस परिवार मे मिलता है।
यहां ताजिया फात्हा कर ईमाम हुसैन को मानने की जिम्मेदारी इनकी तीसरी पीढ़ी उठाती चली आ रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता अयुब खान कहते हैं कि आज भी समाज में कुछ ऐसे लोग हैं जो एक दूसरे के पर्व को घृणा के भाव से देखते हैं ऐसे में दोनों समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो जाती है ऐसे में राजा परिवार का यह भाईचारा सद्भाव का कार्य समाज के लिए एक प्रेरणा है और हमें एक दूसरे के साथ मिलकर शांति और सौहार्द के साथ रहने का संदेश देता है।
मुहर्रम और घुरती रथयात्रा के अवसर पर लाल प्रेरित नाथ शाहदेव, लाला प्रणव नाथ शाहदेव, सामाजिक कार्यकर्ता अयुब खान, विक्रम लाल , अफरोज खान, आशिक टेलर जमुना जायसवाल, विजय जायसवाल, सलीम मियां, रसीद मियां, मोफीद खान, सजेबुल खान, रुपेश कुमार, आकास कुमार , गोविंद कुमार, आरयन कुमार, सुर्यांस कुमार समेत कई लोग मौजूद थे।
