सिस्टम को मुंह चिढ़ा रहा नवनिर्मित डिग्री कॉलेज,2017 से किया जा रहा निर्माण कार्य
सिस्टम को मुंह चिढ़ा रहा नवनिर्मित डिग्री कॉलेज,2017 से किया जा रहा निर्माण कार्य
भवन के अभाव में हुसैनाबाद के परीक्षार्थी 40 किलोमीटर दूर जाने को हैं विवश
जनप्रतिनिधियों और सरकारी उदासीनता का जीता जागता उदाहरण बन गया झरहा में नवनिर्मित डिग्री कॉलेज
हुसैनाबाद,पलामू:एक तरफ जहां ग्रेजुएशन के परीक्षार्थी मार्च महीने में आयोजित परीक्षा केंद्र 40 किलोमीटर दूर छतरपुर में बनाये जाने से मानसिक तनाव में हैं,वहीं दूसरी तरफ हुसैनाबाद के झरहा में नवनिर्मित डिग्री कॉलेज भवन अपनी बेवशी पर रो रहा है। गौरतलब बात तो यह है कि वर्तमान समय में हुसैनाबाद अनुमण्डल क्षेत्र में कोई स्कूल-कॉलेज या बड़े संस्थान भवन नहीं रहने का बहाना बनाकर एनपीयू ने एके सिंह कॉलेज जपला के विद्यार्थियों का परीक्षा केंद्र छत्तरपुर में निर्धारित कर दिया है।इस कारण परीक्षार्थी एवं इनके अभिभावक इनदिनों काफी मानसिक तनाव में हैं। जानकारी के अनुसार उक्त सरकारी डिग्री कॉलेज के भवन का शिलान्यास वर्ष 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं क्षेत्रीय विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के द्वारा किया गया था जिसकी प्राक्कलित राशि लगभग 17 करोड़ रुपये थी। इस सरकारी कॉलेज की स्थापना का उद्देश्य था कि क्षेत्र गरीब तबके के बेटे- बेटियों को सस्ता एवं सुलभ तरीक़े से उच्च शिक्षा प्राप्त हो सके और उन्हें इसके लिए दूसरे शहरों में ना जाना पड़े।लेकिन हुसैनाबाद के कथित विकास पुरुष एवं विकास कार्यों का दम्भ भरने वाले राजनीतिज्ञोंऔर सरकारी महकमा को आज यह भवन मुंह चिढ़ा रहा है।नीपी विश्विद्यालय केवल निजी व व्यवसायिक संस्थाओं के विकास में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप समर्थित रही है।लेकिन सरकारी कॉलेजों के विकास व संरक्षण के प्रति उदासीन है तथा सरकारी सिस्टम को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
क्या कहना है छात्र नेताओं का
नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व सचिव धर्मेन्द्र विश्वकर्मा का कहना है कि छात्रों के आंदोलन के फलस्वरूप पलामू में अलग विश्विद्यालय की स्थापना हुई थी। लेकिन विश्विद्यालय प्रशासन अपने निजी स्वार्थ में लीन है, जिसका उदाहरण है कि अनुमण्डल क्षेत्र में कई बड़ी शैक्षणिक संस्थानों के भवन रहने के बाद भी एके सिंह डिग्री कॉलेज का परीक्षा केंद्र छतरपुर निर्धारित कर दिया गया है। इससे मोहम्मद गंज ,उंटारी व कांडी समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों में रोष है।वहीं एनपीयू छात्र संघ के पूर्व संयुक्त सचिव प्रकाश राय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एके सिंह डिग्री कॉलेज जपला के परीक्षा केंद्र को परिवर्तित कर जपला में ही रखने की मांग की है।उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थियों को मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक पीड़ा से गुजरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जपला में सिद्धनाथ बीएड कॉलेज या शहीद भगतसिंह इण्टर कॉलेज समेत कई संस्थानों को परीक्षा केंद्र बनाया जा सकता है।
क्या है पूरा मामला
एनपीयू द्वारा ग्रेजुएशन के लिए संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों की परीक्षा पूर्व में 28 फरवरी से होनी थी जो अपरिहार्य कारणों से अब एक मार्च से लिये जाने की सूचना प्रकाशित की गई है। लेकिन जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर झारखण्ड बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र हुसैनाबाद अनुमण्डल के मात्र एक डिग्री कॉलेज जिसमें गढ़वा जिला के कांडी एवं पलामू के ऊंटारी, मोहम्मदगंज,हैदरनगर हुसैनाबाद,पिपरा,हरिहरगंज के सुदूरवर्ती क्षेत्र के हजारों, गरीब मध्यम वर्ग के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, उनका परीक्षा केंद्र छतरपुर स्थित गुलाब चंद डिग्री कॉलेज में निर्धारित किया गया है जो उक्त प्रखंडो से 40 से 60 किलोमीटर दूर है। छत्तरपुर जाने-आने का एकमात्र साधन सड़क मार्ग ही है।जबकी प्रतिदिन बड़ी दुर्घटना घटित हो रही है। सबसे ज्यादा कठिनाई छात्राओं को होगी जिनके घर में आवागमन हेतु कोई साधन उपलब्ध नही है और ना ही उसे लेकर जाने वाला कोई सक्षम अभिभावक।
