श्रीरामचरितमानस नवाह्न पारायण महायज्ञ के 58वां अधिवेशन का रेड़मा में आज से होगा प्रारंभश्रद्धा,भक्ति और आध्यात्मिकता का महोत्सव
श्रीरामचरितमानस नवाह्न पारायण महायज्ञ के 58वां अधिवेशन का रेड़मा में आज से होगा प्रारंभ
श्रद्धा,भक्ति और आध्यात्मिकता का महोत्सव
मेदिनीनगर ( डाल्टनगंज) की पावन धरती पर एक बार फिर भक्तिमय उल्लास का संगम होने जा रहा है।भगवान श्रीराम की दिव्यता,आदर्शों,और भक्ति से सराबोर श्रीरामचरितमानस नवाह्न पारायण महायज्ञ का 58वां अधिवेशन रेड़मा ठाकुरबाड़ी में रविवार से आरंभ होगा।यह जानकारी यज्ञ कमेटी के अध्यक्ष दिलीप तिवारी (मिंटू) ने देते हुए बताया कि यह नौ दिवसीय आध्यात्मिक महायज्ञ श्रद्धालुओं को रामकथा के पावन अमृत में डुबकी लगवाएगा और समाज में धर्म,शांति और सद्भावना का संदेश फैलाएगा।
उन्होंने बताया कि शनिवार को इस महायज्ञ का शुभारंभ संध्या सुंदरकांड पाठ और रात्रि हनुमंत पूजा के साथ प्रारंभ हो गया गया।श्री तिवारी ने बताया कि
श्रीरामचरितमानस का पाठ और भजन-कीर्तन
30 मार्च से 7अप्रैल तक आयोजित धार्मिक महोत्सव में प्रतिदिन सुबह 8 बजे से पूज्य श्री मथुरा नंद जी महाराज (मथुरा धाम) के मुखारविंद से श्रीरामचरितमानस के मंत्रमुग्ध कर देने वाले पाठ,भजन-कीर्तन किया जाएगा वहीं रात्रि में
श्रीराम कथा की गूढ़ व्याख्या
हरिद्वार से पधारे परम विद्वान पूज्य श्री गंगोत्री तिवारी मृदुल जी महाराज अपने गहन ज्ञान,भक्ति और आध्यात्मिक विवेचना से भक्तों को श्रीरामचरितमानस की गूढ़ शिक्षाओं से परिचित कराएंगे और रामकथा के अमृत से जीवन को पवित्र और सार्थक बनाएंगे।श्री तिवारी ने बताया कि
यज्ञ समिति ने इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की गहरी आस्था को ध्यान में रखते हुए 101भव्य आरती थालियों की विशेष व्यवस्था की है।प्रतिदिन संध्या 8 बजे विशेष आरती का आयोजन किया जाएगा,जिसमें श्रद्धालु अपनी श्रद्धानुसार आरती थाली लेकर भगवान श्रीराम की आरती में सम्मिलित हो सकते हैं।
इस दिव्य आरती में शामिल होकर भक्तगण भक्ति रस में सराबोर होंगे और भगवान श्रीराम का आशीर्वाद प्राप्त करेंगें। उन्होंने बताया कि
1 अप्रैल को श्रीराम विवाह की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।भगवान् श्री परशुराम मंदिर परिषर से भगवान श्रीराम की बारात बड़े ही धूमधाम और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच ठाकुरबाड़ी यज्ञ मंडप तक पहुँचेगी।इस शोभायात्रा में श्रद्धालु विवाह की रस्मों का आनंद लेने के साथ-साथ रामकथा की मधुरिमा में तल्लीन होंगे।श्री तिवारी ने बताया कि
7 अप्रैल को यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ इस धार्मिक अधिवेशन का समापन होगा।इस दिन सामूहिक हवन का आयोजन किया जाएगा,जिसमें सभी श्रद्धालु अपने परिवार के साथ शामिल होकर मंगल कामना करेंगे।
हवन के उपरांत महा-प्रसाद भंडारा आयोजित होगा,जहाँ श्रद्धालु भक्तिमय वातावरण में प्रसाद ग्रहण कर आध्यात्मिक तृप्ति प्राप्त करेंगे।

