श्री आदित्य शर्मा, चीफ डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर – रिटेल सेल्स, बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस
सामान्य बीमा से जुड़े 7 भ्रम तोड़ें
श्री आदित्य शर्मा, चीफ डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर – रिटेल सेल्स, बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस
सामान्य बीमा व्यक्ति और व्यवसायों को फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित रखने और उन्हें मन की शांति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विस्तृत रूप से जोखिम और आकस्मिक घटनाओं को कवर करती है। यह दुर्घटना से लेकर प्रॉपर्टी के नुकसान, वाहन की क्षति से लेकर स्वास्थ्य संबंधी खर्च, और साइबर क्राइम से होने वाले नुकसान से लेकर कानूनी खर्चों तक को कवर करती है। लेकिन अफसोस, इसके इतने महत्त्व के बावजूद, बीमा से जुड़े कई भ्रम और गलतफहमियां लोगों को बीमा पॉलिसी खरीदने से रोकती हैं।
यह आर्टिकल न केवल सामान्य बीमा से जुड़ी आम गलतफहमियों को मिटाएगा, बल्कि आपको बीमा से जुड़ी सही जानकारी भी प्रदान करेगा, जिससे आप एक उचित निर्णय लेकर फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित हो पाएंगे।
भ्रम 1: “मैं तो जवान और स्वस्थ हूं ; मुझे बीमा की ज़रूरत नहीं है।”
इस भ्रम में हम एक बहुत ज़रूरी बात भूल जाते हैं: कल किसी ने नहीं देखा। दुर्घटना और बीमारी किसी की उम्र देखकर नहीं आते। ये कभी भी और किसी को भी हो सकते हैं और आपके लिए मानसिक और आर्थिक चुनौतियां पैदा कर सकते हैं। बीमा एक ऐसा सुरक्षा कवच है जो आपको न केवल बुनियादी तौर पर सुरक्षित रखता है, बल्कि आपको आकस्मिक खर्चों से भी बचाता है और आपको आर्थिक सुविधा भी प्रदान करता है। असली सच्चाई यह है कि जितनी जल्दी आप बीमा में निवेश करते हैं, आने वाले समय में आपको उतनी ज़्यादा सुरक्षा मिलती है।
कम प्रीमियम का लाभ लें: बीमा की कीमत सीधे आपकी उम्र और सेहत से जुड़ी होती है।
भविष्य की सुरक्षा: जितनी जल्दी आप यह कवरेज लेते हैं, उतनी जल्दी आपको जीवनभर की सुरक्षा मिलती है, यानि भविष्य में आपकी पात्रता या प्रीमियम में होने वालों बदलावों से आप आज ही सुरक्षित हो जाते हैं।
इसलिए, बीमा को बोझ मानना बंद करें; यह भविष्य के प्रति आपका सबसे कुशल निवेश साबित होगा।
भ्रम 2: “बीमा बहुत महंगी है; यह मेरे बजट के बाहर है।”
बीमा महंगी नहीं होती, लेकिन पर्याप्त बीमा न होना बहुत महंगा पड़ सकता है। अचानक से हुई एक दुर्घटना या बीमारी एक पल में आपकी “सेविंग” को चट कर जाती और आप दब जाते हैं ढेर सारे मेडिकल बिल्स के नीचे। क्या आप ऐसी स्थिति को झेलना चाहेंगे या एक अच्छी बीमा खरीदना पसंद करेंगे? बीमा महंगी नहीं, बल्कि अमूल्य होती है। एक अच्छी बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए आपको बहुत ज़्यादा पैसे खर्च करने की ज़रूरत नहीं होती। हर बजट के लिए कवरेज प्लान उपलब्ध होते हैं। आपको बस जल्द शुरू करने की, और अच्छे से रिसर्च करने की ज़रूरत होती है। इस क्षेत्र में मौजूद विकल्पों और कीमतों को देखें और बिना किसी हिचकिचाहट के अपने बीमा सलाहकार से संपर्क करें। याद रखें, आपका आज उठाया गया एक नन्हा सा कदम भी आपके भविष्य पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
भ्रम 3: “मुझे ऑफिस से मिलने वाला बीमा काफी है; मुझे और किसी कवरेज की ज़रूरत नहीं है।”
केवल कंपनी से मिलने वाली बीमा पर निर्भर रहना उचित नहीं है। यह आपको बेसिक कवरेज तो प्रदान कर सकता है, लेकिन इसकी कमियों को पहचानना भी ज़रूरी है। कंपनी से मिलने वाली बीमा के साथ अतिरिक्त कवरेज जोड़ने पर आपको एक कॉम्प्रिहेंसिव प्लान मिलता है। ऑफिस द्वारा प्रदान बीमा सभी परिस्थितियों को कवर नहीं कर सकता, और हो सकता है कि यह आपके लिए पर्याप्त भी न हो, जिससे कि आपकी फाइनेंशियल सुरक्षा में कमी आ सकती है। ऐसे में अतिरिक्त कवरेज से आपको न केवल पुख्ता सुरक्षा मिलती है, बल्कि आपको व्यक्तिगत रूप से उपयुक्त समाधान भी प्राप्त होता है। यह आपके ऑफिस द्वारा प्रदान किए गए बेसिक प्लान से बढ़कर आपको और आपके बैंक बैलेंस को सुरक्षा प्रदान करता है।
भ्रम 4: “मेरा मकान किराए का है इसलिए मुझे होम इंश्योरेंस की ज़रूरत नहीं है।”
बहुत से लोगों के बीच यह गलतफहमी है कि किराए के घरों के लिए होम इंश्योरेंस की ज़रूरत नहीं होती। लेकिन, यह समझना महत्वपूर्ण है कि होम इंश्योरेंस न केवल मकान को सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि उसके अंदर मौजूद सामान को भी कवर करता है। यानि होम इंश्योरेंस में कंटेंट कवरेज की मदद से किराएदार घर के अंदर के सामान व अन्य चीज़ों की सुरक्षा कर सकते हैं।
भ्रम 5: “मुझे टेक्नोलॉजी की अच्छी समझ है; मुझे साइबर इंश्योरेंस की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि आमतौर पर साइबर अटैक संस्थानों पर होते हैं, एकल व्यक्तियों पर नहीं।”
टेक्नोलॉजी की समझ होना एक अच्छी बात है, लेकिन इस गलतफहमी से बाहर आना भी ज़रूरी है कि एकल व्यक्ति ज़्यादातर साइबर अटैक के शिकार नहीं होते। साइबर इंश्योरेंस से आपको अनदेखे अनचाहे डिजिटल खतरों से सुरक्षा मिलती है। यह आपको साइबर अटैक और संवेदनशील जानकारी की चोरी से उत्पन्न होने वाले फाइनेंशियल नुक्सान से भी बचा सकती है। आज देश में 750 मिलियन इंटरनेट यूज़र हैं। ऐसे में इस डिजिटल दुनिया में एक-दूसरे से जुड़े लोगों के लिए साइबर इंश्योरेंस लेना बहुत ज़रूरी है।
भ्रम 6: “क्लेम फाइल करना बहुत झंझट का काम है।”
डिजिटाइज़ेशन ने आज इस प्रकिया को पूरी तरह से बदल दिया है, और अब क्लेम फाइल करना बहुत ही आसान हो गया है। सुव्यवस्थित डिजिटल प्लेटफॉर्म अब इतने सरल और तेज़ हो गए हैं कि क्लेम प्रोसेस करना अब चुटकियों का काम है। इस डिजिटल युग में पारदर्शिता और दक्षता में बहुत सुधार आया है और पॉलिसीधारक अब सहजता और विश्वसनीयता का अनुभव प्राप्त करते हैं।
भ्रम 7: “मुझे बीमा के बारे में सब कुछ पता है; मुझे किसी बीमा सलाहाकार से मदद की ज़रूरत नहीं है.”
बीमा के बारे में जानकारी रखना एक अच्छी बात है, लेकिन इस मामले में किसी प्रोफेशनल की सलाह न लेना या इसे महत्त्व न देना, घर आई लक्ष्मी को ठुकराने के बराबर होगा। बीमा सलाहकार, विभिन्न प्रकार की बीमा योजनाओं की असीम जानकारी रखते है और इस क्षेत्र में अनुभवी और विशेषज्ञ होते हैं, इसलिए वे व्यक्तिगत रूप से आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं। इनकी विशेषज्ञता पॉलिसी की शब्दावली से कहीं आगे होती है, और ये बीमा क्षेत्र की अंदरूनी जानकारी, बारीकियों और संभावित खतरों की पूरी जानकारी रखते हैं। बीमा सलाहकार से बातचीत करके आप पॉलिसी की जटिलताओं को समझ पाते हैं, एक योग्य निर्णय ले पाते हैं और अपने लिए एक उचित बीमा पॉलिसी चुनकर सबसे उत्तम कवरेज को अपना पाते हैं।
निष्कर्ष
सामान्य बीमा से संबंधित इन गलतफहमियों को दूर करें और बीमा खरीदने से पहले उसे अच्छी तरह से समझें। अपने भविष्य और अपनी पूंजी की सुरक्षा के लिए स्मार्ट कदम उठाएं!
