शिक्षा का मशाल ही दुनिया को रौशन कर सकता हैं – अविनाश देव

शिक्षा का मशाल ही दुनिया को रौशन कर सकता हैं – अविनाश देव
डाल्टेनगंज ( 21 जनवरी,रविवार) तरहसी प्रखंड के मझिगवां झलखंडी ग्राम में बालसंस्कार एकेडमी का उद्घाटन फीता काट कर मां सरस्वती के तस्वीर पर दीप प्रज्जवलित कर किए। विद्यालय के निदेशक अनुज जी ने फूलमाला अंगवस्त्र देकर स्वागत किए। विद्यालय उद्घाटन में आए बच्चों अभिभावकों को संबोधित करते हमने कहा दुनिया में अज्ञानता का जो अंधेरा है उसे इसी तरह के छोटे छोटे विद्यालय रूपी मशाल से मिटाया जा सकता है। शिक्षित व समझ नहीं रहने का नतीजा है समाज में विद्वेष कटुता अहंकार अंधविश्वास बढ़ता है। शिक्षा के द्वारा इसे दूर किया जा सकता है। सुदूर ग्रामीण इलाका में विद्यालय खुलना इस बात का द्योतक है की अपनी बुद्धि के बल पर शहर पर कब्जा जमा गावों का देश भारत को विकसित कर विश्व विरादरी में प्रथम पायदान पर खड़ा करेंगे। गांव के बच्चे जब शिक्षित होंगे तब किसान विकसित होंगे,बेटियां पढ़ेगी तो नया भारत गढ़ेगी। सुदूर गांव में एक पाठशाला खुलेगा तो एक लाख मधुशाला बंद होगा। हम बाल संस्कार एकेडमी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं,हम भरोसा देते हैं निजी तौर पर जो भी जरूरत होगा मदद के लिए तत्पर रहेंगे। शुक्रिया! इस मौके पर पंडित प्रदीप नारायण जी,श्री रितेश श्रीवास्तव जी की गरिमामई उपस्थिति रही।