शहिद नीलाम्बर पीताम्बर के फांसी स्थल को जल्द अतिक्रमण मुक्त किया जाए, वीएन सिंह

शहिद नीलाम्बर पीताम्बर के फांसी स्थल को जल्द अतिक्रमण मुक्त किया जाए, वीएन सिंह
पलामू जिले के नीलाम्बर पीताम्बर पुर प्रखंड मुख्यालय में शहिद नीलाम्बर पीताम्बर शहादत समारोह समिति के लोगों ने नीलाम्बर पीताम्बर की फांसी स्थल वाला जगह का निरक्षण किया साथ ही बताया की पीपल के पेड़ पर शहिद नीलाम्बर पीताम्बर को फांसी दिया गया था।
निरीक्षण टीम में शहादत समारोह समिति के अध्यक्ष चंद्र धन महतो अखिल भारतीय किसान महासभा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सह भाकपा माले के झारखंड अस्थाई कमेटी के सदस्य बी एन सिंह झारखंड जन संग्राम मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष जुगलपाल नीलाम्बर पिताम्बर पुर सतबरवा भाकपा माले प्रखंड सचिव कमेश सिंह चेरो छोटू कुमार मेहता भाकपा माले हुल झारखंड क्रांति दल के भरदुल भुइया सहित कई लोग शामिल थे।
मौके पर बीएन सिंह ने कहा जल जंगल जमीन के लिए शहिद नीलाम्बर पीताम्बर अंग्रेजों के खिलाफ देश आजादी के लिए 1857 में अपनी शहादत दी थी।
इसीलिए लेस्लीगंज के नाम बदलकर नीलाम्बर पिताम्बर पुर किया गया।
लेकिन आज तक उनकी फांसी वाला जगह को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया बल्कि उस जगह पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है ना तो पूर्व विधायक की कोई चिंता था और ना तो वर्तमान विधायक को कोई चिंता है।
उन्होंने कहा कि जिस नीलाम्बर पिताम्बर पुर की जनता के बदौलत वर्तमान विधायक विधायक बने उसे आज भूल गए हैं यह शहीदों का धरती है इन्हें जो भूलता है वह कभी कामयाब नहीं होता उन्होंने कहा की 10 जनवरी 2024 को शहिद नीलाम्बर पीताम्बर की जयंती है इस अवसर पर फांसी स्थल का शिलान्यास किया जायेगा।
वहीं युगल पाल ने कहा की यहां शहादत देने वाले लोगों को एक गज जमीन नसीब नहीं हो पा रहा है।
और अंग्रेजों की दलाली करने वाले लोगों को जमीन ही जमीन मिल रहा है उन्होंने कहा कि शहिद नीलाम्बर पीताम्बर की सोच था जल जंगल जमीन की अधिकार इस राज्य के वासियों को हो खनीज संपदा पर अधिकार हो लेकिन उसका उल्टा हुआ बड़े-बड़े कॉरपोरेटों के हाथों में जल जंगल जमीन चला गया खनिज संपदा चला गया जो भी सरकार बना चाहे पूर्व की सरकार हो या वर्तमान की सरकार हो रोकने का प्रयास नहीं किया। बल्कि केंद्र की मोदी सरकार जब से केंद्र में सरकार बनाई है तब से जल जंगल जमीन खनिज संपदा से लेकर तमाम सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में बेच कर रख दी उन्होंने कहा कि यदि आगर जिला प्रशासन पहल कदमी नहीं बढ़ती है तो शहादत समारोह समिति के लोग धारावाहिक आंदोलन चलाएंगे।
उन्होंने कहा की 10 जनवरी को एक दिन का अनशन किया जाएगा इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है।