सीसीएल द्वारा संचालित तेतरियाखाड कोलियरी में रंगदारी रुकने का नाम नहीं ले रहा है

तेतरियाखाड कोलियरी में नहीं रुक रहा रंगदारी
पीएनएम व दबंगो के कब्जे में है कोलियरी परिसर
बालूमाथ ।सीसीएल द्वारा संचालित तेतरियाखाड कोलियरी में रंगदारी रुकने का नाम नहीं ले रहा है ।एक तरफ आउटसोर्सिंग कंपनी पर स्थानीय विस्थापितों को नौकरी से निकालकर बाहर के मजदूरों को लाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ ।कि इसी बीच शुक्रवार को तेतरियाखाड के कुछ दबंगों द्वारा बालूमाथ समेत कई प्रखंडों को नियम संगत जाने वाली ट्रकों को रोक दिया गया। जिससे कई ट्रक लोडिंग पॉइंट में जाने से वंचित हो गए।इधर विस्थापित नेता गिरधारी यादव समेत कई लोगों ने पी०ओ को मांग पत्र सौप कर कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी मनोज यादव एवं प्रदीप यादव को लिफ्टिंग का काम दिया है ।इन लोग उग्रवादी संगठन पृष्ठभूमि से आते हैं और इसी का फायदा उठाते हुए धोस जमा कर पूरे कोलियरी परिसर को हाईजैक कर लिया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रणव-नमन कंपनी का कोयला का उठाव इन्हीं दोनों को मिला है ।और इन दोनों कंपनी को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से रात मे रेजिंग कराकर रातों-रात जबरदस्ती गाड़ी प्रवेश कर नया रेजीग का कोयला उठाकर खुले बाजार में बेच दे रहे हैं ।और दिखावा करने के लिए दिन में पुराने स्टॉक की कुछ गाड़ियां को साइडिंग में भेजते हैं ।कंपनी द्वारा रात्रि में बिना लाइट का कार्य करते आ रहा है ।जिस कारण वर्ष 2021 में 80 मीटर ऊंचा ओबी से एक हाईवा चालक हाईवा के साथ पलट गया था ।जिससे मनीष यादव विकलांग बनाकर घर में बैठा हुआ है ।लेकिन कंपनी आज तक उसे कोई सहायता नहीं दी है।आवेदन में कहा गया है कि कंपनी का मालिक का एक निजी रिश्तेदार झारखंड सरकार के रसुकदार एवं उच्च पद पर रह चुके हैं ।यही कारण है कि प्रणव नमन कंपनी उग्रवादियों के साठ- गांठ करने एवं रसूखदार लोगों को शामिल कर मनमानी तरीके से कोलयरी को लूटने का कार्य कर रहा है ।मांग पत्र की कॉपी श्रम मंत्री भारत सरकार ,श्रम मंत्री झारखंड सरकार ,उपयुक्त लातेहार, मानवा धिकार आयोग भारत सरकार, आदिवासी हरिजन आयोग भारत सरकार, समेत कई लोगों को प्रेषित किया है। ज्ञात हो कि बालूमाथ के ट्रक ओनर कमलेश सिंह समेत कई लोगों ने भी प्रदीप यादव पर पूर्व में उग्रवादी से सांठ-गांठ रहने एवं जबरन रंगदारी करने का आरोप लगा चुके हैं । लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा इन लोगों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं किया गया जिससे पुलिस प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह उठने लगा है।यही कारण है कोलियरी का रंगदारी नही रुक पा रहा है ।