संत जेवियर्स महाविद्यालय के भौतिकी शास्त्र के व्याख्याता सिस्टर जॉली को दी गई विदाई
संत जेवियर्स महाविद्यालय के भौतिकी शास्त्र के व्याख्याता सिस्टर जॉली को दी गई विदाई
आज संत जेवियर्स महाविद्यालय के सभागार में हर्षपूर्वक तथा नम आंखों के साथ भौतिक विज्ञान के व्याख्याता सिस्टर जॉली को विदाई दी गई। विदाई समारोह का प्रारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. फादर एम. के. जोश ने सिस्टर को गुलदस्ता देकर किया। महाविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा विदाई गीत की प्रस्तुति की गई।असिस्टेंट प्रोफ़ेसर रोजी सुष्मिता तिर्की ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। विद्यार्थीयों ने उनको गुलाब व बुके देकर सम्मानित किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. फादर एम. के. जोस ने कहा कि सिस्टर एक अच्छी प्राध्यापिका के साथ साथ महाविद्यालय के लिए एक अच्छा सलाहकार के रूप में कार्य किया है, वह हमेशा से ही एक सुधारात्मक प्रवृत्ति की रहीं, इन्होंने महाविद्यालय के मैगजीन संबंधित कार्य, एसएसआर संबंधित कार्य में अपना अतुलनीय योगदान दिया। फादर जोश ने उनकी प्रशंसा में कहा कि” वह एक निष्पक्ष न्यायवेता के रूप में भी हमेशा कार्य की हैं तथा महाविद्यालय के यूथ के लिए वह हमेशा एक प्रेरणा बनकर रहीं।”
उप प्राचार्य सिस्टर कैसलिन ने कहा कि “सिस्टर जॉली हमेशा अपने कार्य के प्रति निष्ठा के लिए जानी गईं। उन्होंने महाविद्यालय में अपने जीवन के अमूल्य समय दिया। महाविद्यालय के एसएसआर संबंधित कार्यों में जो असाधारण भूमिका निभाने के लिए सिस्टर कैसलीन ने उनका तहे दिल से धन्यवाद ज्ञापन किया।”
असिस्टेंट प्रोफेसर जफर इक़बाल ने कहा कि “सिस्टर जॉली ने महाविद्यालय में न सिर्फ व्याख्याता के रूप में कार्य किया है बल्कि वह अपने अतुलनीय और अमूल्य कार्यों व अपने सकारात्मक व्यवहार , सरल स्वभाव के कारण महाविद्यालय के विद्यार्थी , सहायक प्रोफेसर्स और अन्य सहकर्मी के लिए भी हमेशा प्रेरणास्रोत बनकर रही।”
असिस्टेंट प्रोफ़ेसर अजय साव ने सिस्टर के प्रति अपने भावनाओं को उज़ागर करते हुए कहा कि ” सिस्टर हमेशा से ही एक केयरिंग नेचर की रहीं। वह हर कार्य में सभी को सहयोग देती रहीं हैं। अपने सरल स्वभाव व सादगी के कारण वह हमेशा सबके हृदय में रहीं।”
अंत में कॉमर्स डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर रोज एलिस बारला ने इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। तथा सिस्टर कि प्रशंसा में कहा कि “जिस तरह समुद्र हमेशा शांत रहकर निरंतर आगे बढ़ते जाता है ठीक उसी प्रकार सिस्टर जॉली ने निरंतर शांत रहकर सिर्फ अपने कार्य पर ध्यान दिया है।” इस अवसर में महाविद्यालय के सभी प्रोफेसर्स और अन्य सहकर्मी मौजूद थे और सभी ने नम आंखों से सिस्टर के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
