सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुरुवात द्वीप प्रज्ज्वलित कर एवं शंख बजाकर किया गया।
करकेंद बाजार स्थित डैफोडिल्स बचपन एवं डैफोडिल्स एकाडेमी में दुर्गापूजा पर आधारित महिषासुर मर्दनी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत द्वीप प्रज्ज्वलित कर एवं शंख बजाकर किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रास विहारी लाल, थाना प्रभारी पुटकी एवं अध्यक्ष श्री विजय सेनगुप्ता, संस्थापक चार्टर पयंट, धनबाद थे। मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष महोदय को विधालय प्राचार्य श्री तापस बनर्जी ने वुके एवं शाल देकर सम्मानित किए। इस कार्यक्रम मे महिषासुर मर्दनी, डांडिया, एवं धुनुचि न्रित्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। महिषासुर मर्दनी में श्रेयसी- दुर्गा, शिव- नमन प्रताप सिंह, लक्ष्मी- चैताली, गणेश-अभिषेक, कार्तिक- रणधीर केशरी, महिषासुर – भूमि अग्रवाल, चामुण्डा- अंजली कुमारी , शेर- सिम्ता कुमारी, बनकर मंच पर बिराजमान थे। डांडिया में विधालय छात्रा एवं शिक्षिकाओ ने जमकर प्रदर्शन किया । इस कार्यक्रम मे विधालय परिसर मे दुर्गापूजा का माहौल बना हुआ था। चंडीपाठ विधालय उप – प्राचार्य देवाशीष मुखर्जी कर रहे थे। मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष महोदय ने अपने अपने भाषण में छात्र-छात्राओ द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भुरी- भुरी प्रशंसा किए। कार्यक्रम को विधालय शिक्षक कविता दत्ता, डोली सिंह, झूमा दत्ता, एवं देवाशीष मुखर्जी ने दिशा निर्देश दिए। मंच का संचालन विधालय शिक्षक प्रमोद सिन्हा कर रहे थे। कार्यक्रम को सफल बनाने मे विधालय शिक्षक अनिल सिंह, जयप्रकाश मिश्रा, चंदन पासवान, एस.आर कर, संजय दत्ता, इकबाल, शशि, उषा, करुना, शहर, देवश्री,निसा मित्रा, मुनमुन सेन, चेरी जिन्दल, दिलीप वरणवाल, जयंत घटक, शंकर सहानी शिल्पा आदि का सराहनीय योगदान रहा। इस अवसर पर विधालय संस्थापक स्वर्गीय चंडीचरण बनर्जी भी याद किए गए।
