रक्तदान से बड़ी कोई सेवा नहीं है, शर्मिला

रक्तदान से बड़ी कोई सेवा नहीं है, शर्मिला
वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की एक और उपलब्धि
सेक्रेड हर्ट स्कूल की शिक्षिका ने टीम वरदान पर भरोसा करते हुए एक जली हुई महिला के लिए दो यूनिट ब्लड का इंतजाम करने का आग्रह किया था। तत्काल वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की सचिव शर्मिला वर्मा ने उस महिला के पति मनोज कुमार को मोटिवेट करके उन्हें तैयार किया और उनसे एक यूनिट ब्लड डोनेट करवाया। और आज रक्तवीर धर्मेन्द्र विश्वकर्मा से आग्रह कर टीम वरदान के सदस्य लक्ष्य श्रेष्ठ ने एक यूनिट रक्तदान करवाया ताकि उस महिला का जीवन बचाया जा सके। आप सबों से अपील है कि रक्त का कोई कुआं नहीं है, न ये किसी फैक्ट्री में तैयार किया जाता है। आप सभी लोग रक्तदान के लिए आगे आएं। और अपने पिड़ित परिजनों को सबसे पहले आप ब्लड दें, अपने रिश्तेदारों से दिलाएँ। उसके बाद ही किसी सामाजिक संस्था से संपर्क करें। क्योंकि रक्तदान सिर्फ इंसान ही कर सकता है। इससे बड़ी कोई सेवा नहीं है। रक्तदान सीधे तौर पर किसी को नया जीवन देता है।