पत्रिका के विस्तार के लिए करेंगे हरसंभव प्रयास : –संजीव रंजन

कमांडेंट, उप कमांडेंट एवं एडवोकेट को किया गया ‘अरण्य वाणी’ के संरक्षक मंडली में शामिल
पत्रिका के विस्तार के लिए करेंगे हरसंभव प्रयास : संजीव रंजन
हुसैनाबाद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद, धमतरी, जगदलपुर और बीजापुर में 211, बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडेंट संजीव रंजन व उप कमांडेंट नीरज जायसवाल एवं गोंदिया (महाराष्ट्र) के प्रसिद्ध एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी को झारखंड से निकलने वाली मासिक पत्रिका ‘अरण्य वाणी’ के संपादन मंडल में बतौर संरक्षक शामिल किया गया है। बताते चलें कि कमांडेंट संजीव रंजन एवं उप कमांडेंट नीरज जायसवाल प्रशासनिक कार्यों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने के साथ-साथ शोध-आलेख लिखने को लेकर भी काफी प्रख्यात हैं, वहीं गोंदिया (महाराष्ट्र) के प्रसिद्ध एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, एक सरल स्वभाव, निःस्वार्थ सेवाभाव करने वाले शिक्षाविद व्यक्तित्व के धनी हैं, जिनकी रुचि राजनीतिक नहीं, बल्कि अपनी कलम से सामाजिक सेवा करने में अधिक रहती है, उन्हें शिक्षा ग्रहण करने का अति शौक है। उन्होंने एलएलबी, एलएलएम, सीए एवं संगीत मध्यमा तक शिक्षा ग्रहण की है और अभी उनका ला में एचडी शुरू है। वे अभी भी अनेक परीक्षाएं देते रहते हैं, परंतु अपने व्यवसाय के साथ-साथ उन्हें अपनी कलम से समाज व जनता की भलाई व सेवा करने में अधिक संतुष्टि मिलती है। उनकी इन्हीं खूबियों को रेखांकित करते हुए झारखंड की प्रसिद्ध ‘अरण्य वाणी’ पत्रिका के संरक्षक रूप में एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी का चयन किया गया है। मौके पर कमांडेंट संजीव रंजन ने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में पत्रिका के संपादक विनोद सागर काफी सराहनीय कार्य कर रहे हैं और युवा रचनाकारों को अपनी पत्रिका में नियमित स्थान देकर उनका उत्साहवर्धन भी कर रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि सागर जी ने पत्रिका के संपादन मंडल में शामिल कर हमलोगों को सम्मानित करने का कार्य किया है, इसके लिए हम सब उनका आभार व्यक्त करते हैं। हमलोगों से जितना बन पड़ेगा, पत्रिका के विस्तार के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे, ताकि पत्रिका का समग्र विस्तार हो सके। इस मौके पर ‘अरण्य वाणी’ पत्रिका की टीम ने कमांडेंट संजीव रंजन, उप कमांडेंट नीरज जायसवाल एवं एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी को हार्दिक बधाइयां एवं शुभकामनाएं दी है।