परहिया जनजाति के साथ न्याय की मांग, आंगनबाड़ी सेविका चयन में अनदेखी पर आक्रोश
सतबरवा
आबादी के बावजूद परहिया जन जाति का चयन आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका के रूप में नहीं हुआ, जबकि पोषक क्षेत्र परहिया टोला सलैया आता है और आंगनबाड़ी केंद्र भी परहिया जन जाति टोला सलैया में बन रहा है। उक्त बातें परहिया टोला सलैया के वार्ड सदस्य बबलू परहिया व ग्रामीण नरेश परहिया, राजकुमार परहिया,बिफनी परहिया, सबिता देवी समेत दर्जनों लोगों ने कही।
सनद रहे कि 11 जनवरी 2025 को सलैया परहिया टोला में आंगनबाड़ी सेविका के लिए आम सभा किया गया, जिसमें जन जाति आदिवासी का चयन नहीं किया गया।
ज्ञात हो कि ज्ञापांक संख्या 1270, 29 जुलाई 2024 को उप विकास आयुक्त ने समाज कल्याण शाखा को निर्देश देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री जन जाति आदिवासी न्याय महा अभियान ( पीएम जन-मन ) के तहत पलामू जिला अंतर्गत ( पीवीटीजी ) बहुल क्षेत्रों में आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका के रिक्त पदों पर चयन हेतु आमसभा स्थल की एवं चयन कार्यक्रम के अनुसार प्रत्येक केंद्र के लिए अंकित आमसभा के चयन समिति के अध्यक्ष बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं संयोजिका महिला प्रवेक्षिका को आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका चयन हेतु प्राधिकृत एवं प्रतिनियुक्त किया था। पुनः उप विकास आयुक्त ने ज्ञापांक 1699, 16 दिसंबर 2024 को पत्र जारी करते देते हुए 3 जनवरी 2025 से 5 मार्च 2025 तक क्रमवार निर्धारित तिथि के अनुसार आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका चयन जाति आबादी के अनुसार करने का आदेश दिया था। उक्त दोनों पत्र के अनुसार आदिम जनजाति आदिवासी का चयन होना चाहिए था, परंतु इसके उलट कम आबादी वाले उरांव जाति आदिवासी का चयन किया गया। इस चयन से आदिम जनजाति आदिवासीयों में आक्रोश व्याप्त है। वार्ड सदस्य बबलू परहिया ने कहा कि विभाग चयन को रद्द कर पुनः आम सभा कराकर आदिम जनजाति आदिवासीयों का चयन करें,अगर आदिम जनजाति आदिवासीयों का चयन नहीं किया गया, तो हम आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
क्या कहना है संबंधित विभागीय अधिकारियों का –
प्रभारी सीडीपीओ सह सदर प्रखंड बीडीओ जागो महतो ने कहा कि जनसंख्या तो जन जाति आदिवासी का है,हम इस पर पुनः विचार करेंगे।
क्लर्क सतीश उरांव ने कहा कि सर्कुलर के हिसाब से आंगनबाड़ी सेविका का चयन हुआ है।
