पूर्व जिला पार्षद प्रत्याशी सह: समाजसेवी लक्ष्मी प्रसाद यादव ने भ्रष्ट कनिया अभियंता के खिलाफ़ प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिए आवेदन

पूर्व जिला पार्षद प्रत्याशी सह: समाजसेवी लक्ष्मी प्रसाद यादव ने भ्रष्ट कनिया अभियंता के खिलाफ़ प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिए आवेदन

छत्तरपुर पूर्वी जिला पार्षद प्रत्याशी सह समाजसेवी लक्ष्मी प्रसाद यादव ने मुरूमदग पंचायत के मनरेगा कनिया अभियंता रजनीश शर्मा के कार्यशैली से नाखुश हो कर छत्तरपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन दे कर अभिलंब मुरूमदग पंचायत से हटाने का आग्रह किया हैं। वहीं लक्ष्मी प्रसाद यादव ने बताए जब मैं रजनीश शर्मा के पास मनरेगा से संबंधित कार्यों के लिए स्टीमेट बावने गया तो उनके द्वारा भिन्न भिन्न कार्यों के लिए भिन्न भिन्न राशियों का मांग किया गया प्रति डोभा 4000 रुपए प्रति मेडबंदी 2000 हज़ार रुपए की मांग किया गया। वहीं उन्होंने यह भी कहा B P O व A E के उनके हिस्से का भी पैसा भी उतना ही आपको एक साथ देना पड़ेगा। रजनीश शर्मा के द्वारा यह भी बोला गया कि पैसा दीजिएगा तो स्टीमेट बनेगा नहीं तो स्टीमेट नहीं बनेगा। वहीं लक्ष्मी प्रसाद यादव ने यह भी बताए कि कनिया अभियंता रजनीश शर्मा के द्वारा यह भी कहा गया की आपको जहां जाना है आप जा सकते B D O,BPO DDC या वर्तमान विधायक सह झारखंड सरकार के मंत्री के पास भी जा सकते हैं। मुझे कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता हैं। वहीं रजनीश शर्मा ने कहा कि मेरा घर पाटन में ही हैं ज्यादा बोलेंगे तो पाटन से अपना लड़का भेज कर घर से उठवा लेंगे। तुम क्या समझते हों। वहीं रजनीश शर्मा ने यह भी कहा कि यदि तुम्हे काम का भुगतान चाहिए तो मुझे 10% देना होगा। 10% नहीं दोगे तो पैसा का भुगतान नहीं होगा। मुखिया और पंचायत सचिव कौन होता हैं मेरे योजना में दखल करने वाला। वहीं रजनीश शर्मा ने यह भी कहा कि मेरे बारे में कोई भी वरीय अधिकारी के पास शिकायत किया तो धरती पर नहीं रह पाओगे। इस बात से मैं का काफी डरा सहमा हु मुझे संदेह हैं कि मेरे और मेरे परिवार के साथ कभी भी खतरा हो सकता हैं। व मेरे जान माल का भी खतरा हो सकता हैं। इस बाबत से घबरा कर मैं अपने कुछ समर्थकों के साथ छत्तरपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी व उप विकास आयुक्त पलामू व वर्तमान वित्त मंत्री से आग्रह करता हु कि ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी पर अभिलंब लगाम लगे ताकि प्रखंड में शांति व अमन बना रहे व सरकारी योजनाओं में बाधा उत्पन ना हो सके।