पीएम मोदी को बताना चाहिए कि लेटरल इंट्री से नियुक्त 31 आईएएस रैंक के सचिवों में कितने SC, ST, और OBC हैं: —शत्रुघ्न कुमार शत्रु

पीएम मोदीजी को यह बताना चाहिए कि लेटरल इंट्री के जरिए 31 आईएएस रैंक के केन्द्रीय मंत्रालयों के सचिवों में कितने एससी , एसटी व ओबीसी हैं?: शत्रुघ्न कुमार शत्रु
20 अगस्त 2024(मेदिनीनगर)
झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज मेदिनीनगर में प्रेस बयान जारी कर कहा है कि एससी-एसटी व ओबीसी आरक्षण में वर्गीकरण व क्रिमीलेयर लागू कर सुप्रीम कोर्ट के जरिए आरक्षण समाप्त करने पर तुले हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को यह बताना चाहिए कि बिना परीक्षा के लेटरल इंट्री के जरिए 31 आईएएस रैंक के केन्द्रीय मंत्रालयों में नियुक्त किए गए सचिवों में कितने एससी, एसटी व ओबीसी संवर्ग से आते हैं?
बयान में उन्होंने कहा है कि कारपोरेट के दलालों व चंद स्वर्ण समाज की इस आईएएस रैंक की सीधी न्युक्ति में बिना परीक्षाओं के कोलेजियम के तहत अनुकंपा पर बहाल सुप्रीम कोर्ट के जातिवादी पूर्वाग्रह से ग्रसित न्यायधीशों का समूह इस पर क्यों नहीं स्वत: संज्ञान लेकर न्युक्ति रद्द कर रहा है?
बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि बांटों व राज करो कि नीति अख्तियार कर न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका व राष्ट्रीय मीडिया में बैठे संघ के दलालों ने पहले पिछड़े वर्ग में क्रिमीलेयर लागू कर उनका आरक्षण समाप्त कर दिया,और अब एससी-एसटी वर्गों के अन्दर आरक्षण में वर्गीकरण व क्रिमीलेयर लागू कर एससी एसटी आरक्षण को समाप्त करने का भी षडयंत्र लागू कर दिया है।इस संदर्भ में भाजपा के हरियाणा व यूपी सरकार के वर्गीकरण का विभत्स चेहरा उजागर हो गया है,वहीं कांग्रेस शासित तेलंगाना व कर्नाटक सरकार द्वारा वर्गीकरण लागू करने की हठधर्मिता से दोनों पार्टियों का संविधान व आरक्षण विरोधी कलुषित चेहरा उजागर हो गया है।
बयान के अंत में उन्होंने कहा है कि देश पर सर्वाधिक समय तक शासन करनेवाली कांग्रेस पार्टी व अभी तीसरी बार सत्तारूढ़ भाजपा को यह बताना चाहिए कि आज तक संविधान के तहत एससी-एसटी आरक्षण के तहत 22.5% के आंकड़े के अनुसार क्यों नहीं इनकी बहाली हुई,क्यों आज तक भारी संख्या में बैकलाग के तहत इनकी रिक्तियां खाली पड़ी हैं? क्यों इन आरक्षित वर्गों की नियुक्तियों में “नोट फाउण्ड सुटेबल” के बाद “नोट एभेलेबल” का तमगा जोड़कर सामान्य वर्गों से भर दिया जाता है? निश्चित रूप से हमें कल 21 अगस्त को आयोजित “भारत बंद” में चट्टानी एकता का परिचय देकर भाजपा व कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए।