पाकिस्तान में 600 से ज्यादा हिंदुओं के कत्ल की कहानी, कैसे हुई हत्या

26 मार्च 1971 में जब पाकिस्तान से टूटकर बांग्लादेश की स्थापना हो रही थी, तब सैंकड़ों हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. 25 मार्च 1971 की रात से पाकिस्तानी सेना ने नरसंहार शुरू किया था. कई लोगों को तो धोखा देकर अपने पास बुलाया कि वह उन्हें ट्रेन के रास्ते वापस भेज देगा और 450 से अधिक लोगों को ट्रेन के डिब्बों में बंद कर भेड़ियों की तरह हमला कर मार दिया गया. जिन लोगों ने तुरंत गोली मारने की मांग की तो उन्हें चाकू घोंपकर मारा गया. पाकिस्तानी सेना ने यह कहते हुए शत्रुतापूर्ण जवाब दिया कि पाकिस्तान की गोलियां इतनी सस्ती नहीं हैं कि उन पर बरबाद की जाएं. घना अंधेरा था और लाशें रेलवे ट्रैक पर बिखरी पड़ी थीं. केवल 8 से 10 लड़के ही गोलियों से बचकर भागने में सफल रहे. इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक, उनमें से बचे कुछ लोग अब भी उस मंजर को याद करते हैं तो उनकी रूह कांप जाती है.