मरनोपोरांत अपनी आंख दान की बंगाली समाज की गीताश्री मल्लिक
मरनोपोरांत अपनी आंख दान की बंगाली समाज की गीताश्री मल्लिक
प्रतिनिधि, मेदिनीनगर: मेदिनीनगर के बंगाली समाज की सशक्त स्तंभ के रूप में पहचान रखने वाली गीताश्री मल्लिक (82) का निधन शुक्रबार को शाम चार बजे हो गई. मृत्यु के बाद उनकी अंतिम इच्छा के रूप में उनकी आंख कश्यप आई हॉस्पिटल में दान की गई. उनका इलाज रांची के माता रामप्यारी हॉस्पिटल में विगत कुछ दिनों से चल रही थी. वो पिछले कुछ माह से बीमार चल रही थी. गीताश्री मल्लिक की पहचान बंगाली समाज के साथ-साथ अन्य जगहों में भी एक समाजसेवी और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने वाली महिला के रूप में थी. उन्होंने शहर में होने वाली सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन में सशक्त भूमिका निभाती रही. उन्होंने अपनी पुत्र वधु तमन्ना मल्लिक को भी नृत्य के क्षेत्र में काम करने के लिए काफी प्रोत्साहित किया. शनिवार को मेदिनीनगर के हरिश्चंद्र घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके पुत्र सेसा के महासचिव डॉ कौशिक मल्लिक ने मुखाग्नि दी. इस अवसर पर उनके छोटे पुत्र किंशुक मल्लिक, दामाद अरुण विश्वास भी मौजूद थे. गीताश्री मल्लिक के निधन पर पूर्व चेयरमैन सुरेंद्र सिंह, प्रथम मेयर अरुणा शंकर, दुर्गा बाड़ी के अध्यक्ष देवेश मोइत्रा, सचिव दिवेंदु गुप्ता, बंगाली समिति के सचिव सैकत चटर्जी, आईपीटीए के प्रेम भसीन, उपेंद्र मिश्रा, प्रेम प्रकाश, रवि शंकर, मासूम के अध्यक्ष विनोद पांडेय, पलामू स्पोर्ट्समैन ग्रुप के ब्रजेश कुमार सहित प्रो सुधीर सिन्हा, प्रो सुधेश्वर महतो, प्रो केके मिश्रा, प्रो वीरमणि पांडेय, प्रो शिवपूजन सिंह, गौतम सेनगुप्ता, गौतम राय, देवाशीष सेनगुप्ता, शिवनाथ चटर्जी, शुभंकर चक्रवर्ती, आशीष दासगुप्ता, प्रसेनजीत दशगुप्ता, अमर कुमार भांजा, शिवेश मोइत्रा, शौभिक दत्ता, अमिताभ दीक्षित, नंदब्रतो बोराल, तुषार बोरल, राजीव मुखर्जी, गौतम चटर्जी, बद्री सिंघानिया, सलभ सिन्हा, गगन सिंह, संजय सिंह, अभिषेक अखौरी, अविनाश कुमार, रविंद्र नाथ पांडेय, रत्नेश अखौरी, संजीव कुमार सिंह आदि ने शोक व्यक्त किया है
