मनरेगा लोकपाल के नेतृत्व में जांच दल ने पांकी के अंबाबार पंचायत में की विकास कार्यों की जांच

मनरेगा लोकपाल के नेतृत्व में जांच दल ने पांकी के अंबाबार पंचायत में की विकास कार्यों की जांच
लोकपाल ने कहा योजनाएं धरातल पर, लेकिन प्राक्कलन के अनुसार नहीं हुआ कार्य
सरकारी राशि खर्च कर घर के अंदर निजी उपयोग हेतु लगाया गया चापाकल
पांकी प्रखंड के अंबाबार पंचायत में गुरुवार की दोपहर मनरेगा लोकपाल शंकर प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में गठित जांच दल के द्वारा देर शाम तक मनरेगा एवं 14 वें एवं 15वें वित्त की राशि से निर्मित दर्जनों योजनाओं की जांच की गई, जांच के दौरान काफी हो हंगामा एवं विवाद भी हुआ लेकिन जांच दल ने विवादों की अनदेखी कर योजनाओं की जांच की, जांच के दौरान योजनाएं धरातल पर तो दिखाई दी लेकिन प्राक्कलन के अनुसार कार्य नहीं पाया गया, साथ ही सरकारी राशि खर्च कर कुछ लोगों को निजी उपयोग हेतु चापाकल घर के अंदर दे दिया गया है जिसका ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध भी किया।
सर्वप्रथम जांच दल ने अम्बाबार पंचायत के अपरमाड़ी गांव में विकास कार्यों की जांच की जिसके बाद जांच दल बिदरा गांव पहुंची, जहां दर्जनों से अधिक योजनाओं की जांच की गई, मनरेगा लोकपाल ने मिट्टी मोरम पथ, दीदी बाड़ी योजना, डोभा, टीसीबी समेत अन्य योजनाओं की गहनता से जांच की वहीं उनके साथ आई टीम ने 14वें एवं 15वें वित्त की राशि से निर्मित पीसीसी पथ, सोलर जलमिनार ,चापाकल समेत अन्य योजनाओं की जांच की।
जांच के दौरान योजना स्थल पर मुखिया की जगह मुखिया पति ने योजनाओं के बारे में जांच टीम को जानकारी दी, इस दौरान शिकायत पत्र में दिए गए कई योजनाएं के विषय में मुखिया पति ने कहा कि इन योजनाओं में कार्य ही नहीं हुआ है और भुगतान भी नहीं हुआ है बल्कि ये योजनाएं सिर्फ पारित की गई हैं। आपको बता दें कि अंबाबार पंचायत के बिदरा गांव निवासी प्रेमचंद प्रसाद यादव के द्वारा कुछ महीने पूर्व सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पंचायत में मनरेगा समेत मुखिया कोटे से हुए कार्यों की कुछ वित्तीय वर्षों की दस्तावेजों की मांग की गई थी, इस हेतु प्रेमचंद प्रसाद यादव के द्वारा सूचना सूचना प्राप्त करने संबंध में 14000रू कार्यालय में भुगतान कर नाजीर रसीद भी प्राप्त किया जा चुका है लेकिन आज तक उन्हें स्पष्ट सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सूचना उपलब्ध नहीं होने के बाद प्रेमचंद प्रसाद यादव के द्वारा उच्चाधिकारियों से पंचायत में विकास कार्यों में हुई गड़बड़ी की जांच की मांग की गई थी जिसकी जांच गुरुवार को हुई।
इस संबंध में मनरेगा लोकपाल शंकर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जांच की गई है योजनाएं धरातल पर है लेकिन प्राक्कलन के अनुसार कार्य नहीं हुआ है फिलहाल दस्तावेजों की जांच की जा रही है यदि गड़बड़ी पाई जाती है तो रिकवरी के साथ कार्रवाई भी होगी।