मजदूर किसान महाविद्यालय, पांकी में दो दिवसीय (30 एवम 31 मार्च)राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

मजदूर किसान महाविद्यालय, पांकी में दो दिवसीय (30 एवम 31 मार्च)राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
मजदूर किसान महाविद्यालय डंडार कला, पांकी के मनोविज्ञान विभाग के द्वारा (सोशल साइंस एंड मैनजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन जबलपुर, मध्यप्रदेश) के संयुक्त सौजन्य से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ऑनलाइन (गूगल मिट ऐप) 30- 31मार्च 2024 को संपन्न हुई जिसका विषय “इंडियन नॉलेज सिस्टम एंड नेशनल पॉलिसी2020″था।
30मार्च 2024 संगोष्ठी के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि SSMWA के सदस्यों तथा सभी प्रतिभागियों को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दिलीप कुमार राम द्वारा स्वागत सम्बोधन के साथ संगोष्ठी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डा.राम ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर स्वस्थ विमर्श की आवश्यकताओं को रेखांकित करते हुए शिक्षाविदों को ऐसे विमर्श से जुड़ने और नतीजें पर अमल करने पर जोड़ दिया। डा. बिंदेश्वर सिंह (सचिव, मजदूर किसान महाविद्यालय पांकी) ने भी अतिथियों को परिचय कराते हुए बहुमूल्य समय देने के लिए सभी का आभार प्रकट करते हुए उम्मीद जताई कि यह विमर्श मिल का पत्थर साबित होगा। वहीं महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष और संगोष्ठी के समन्व्यक डा. सुल्ताना प्रवीण सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को इस विमर्श गोष्ठी में सामिल होने पर स्वागत करते हुए संगोष्ठी के विषय पर संक्षिप्त प्रकाश डाला
द्वितीय सत्र जो तकनीकी सत्र होता है को मुख्य अतिथि फौजिया खान (जामिया मिल्लिया केंद्रीय विश्वविद्यालय नई दिल्ली) के वक्तव्य के साथ प्रारंभ हुआ, इस सत्र में विशिष्ठ अतिथि प्रो. मंजूर आलम (लाल बाबा कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी कोलकाता) , और विशिष्ठ अतिथि डा.विनीता कच्छप (मनोविज्ञान विभाग टाटा कॉलेज चाईबासा, कोल्हान यूनिवर्सिटी) द्वारा सारगर्भिता व्याख्यान दिया गया, इसके पश्चात प्रतिभागियों द्वारा पेपर प्रस्तुत किया गया, 117 से अधिक प्रतिभागियों अपने-अपने पेपर प्रजेंटेशन किया, इस सत्र में चेयरमैन के रूप में डा. विनीता कच्छप, प्रो.राजीव रंजन (IQAC मजदूर किसान कॉलेज पांकी) हुए, प्रथम दिवस का समापन प्रो.वंशीधर सिंह (हिंदी विभाग, मजदूर किसान महाविद्यालय) के धन्यवाद के साथ सम्पन हुआ।
द्वितीय दिवस 31 मार्च 2024 को प्रथम सत्र में डा. प्रेमचंद महतो पूर्व प्राचार्य मजदूर किसान महाविद्यालय पांकी के द्वारा अतिथियों के परिचय तथा स्वागत सम्बोधन के साथ प्रारंभ किया गया।
द्वितीय दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. एस.काधीरावण परीक्षा नियंत्रक(F.A.C) विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग, पेरियार विश्वविद्यालय सलेम, तमिलनाडु। प्रो.प्रदीप कुमार तिवारी बि. एस.कॉलेज लातेहार। डा. फिरोज अहमद विभागाध्यक्ष, मनोविज्ञान विभाग आर. एन. एल. कॉलेज सारण, बिहार। डा. ब्रजेश कुमार स्टेट एन. एस. एस.ऑफिसर सह विभागाध्यक्ष भौतिक शास्त्र डोरंडा कॉलेज, रांची। डा. अंजु कुमारी विभागाध्यक्ष नि. पि. विश्वविद्यालय मेदिनीनगर, पलामू आदि ने NEP 2020 के संदर्भ में विद्वतापूर्ण विचारों को रखा जो परिचर्चा के उद्देश्य की ओर उन्मुख करने वाला है।
वहीं प्रो. नरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि जब भी नई की बात होती है तो पुरानी नीति की असफलता के कारकों का विमर्श आवश्यक हो जाता है ताकि नई नीति को उससे कुछ दिशा प्राप्त हो सके , यह भी विमर्श का विषय है।
इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के कई राज्यों से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने संगोष्ठी से जुड़ कर अपने विचार रखे।
इस संगोष्ठी के सफल संचालन मजदूर किसान महाविद्यालय डंडार कला, पांकी के मनोविज्ञान के विभागाध्यक्ष सह समन्वयक डा.सुल्ताना प्रवीण एमं सहायक प्राध्यापिका पूनम कुमारी के साथ साकेत कुमार वाणिज्य विभाग के द्वारा किया गया, धन्यवाद ज्ञापन डा.राजेश्वर चौधरी इतिहास विभाग सह नैक समन्यवक मजदूर किसान महाविद्यालय के द्वारा किया गया। इस संगोष्ठी में सभी विभागों द्वारा पेपर प्रस्तुत किया गया, सभी महाविद्यालय परिवार की आयोजन के लिए सक्रिय भूमिका रही।