लोगों के जानमालऔर लकड़बग्घा की सुरक्षा हेतु शावक जंगल में छोड़े जाएंगे : अरविन्द कुमार (डीएफओ )

कुजरा बरवा टोली से लकड़बग्घा के दो सावकों का किया गया रेस्क्यु
लकड़बग्घा रात्रि को अपने बच्चों के पास आने से लोग घर से बाहर निकलना बंद कर दिए थे
लोगों के जानमालऔर लकड़बग्घा की सुरक्षा हेतु शावक जंगल में छोड़े जाएंगे : अरविन्द कुमार (डीएफओ )
लोहरदगा: सदर थाना क्षेत्र के कुजरा बरवाटोली स्थित एक नाले से गुरुवार को वन विभाग की टीम ने दो लकड़बग्घा के बच्चों का रेस्क्यू किया है। मामले की जानकारी देते हुए डीएफओ अरविंद कुमार ने बतलाया कि ग्रामीणों द्वारा उन्हें सूचना मिली थी कि कुजरा बरवा टोली स्थित नाले में गत एक सप्ताह से लकड़बग्घा और इसके दो बच्चे रह रहे हैं। दिन के वक्त नाले में सिर्फ बच्चे रहते हैं वहीं रात्रि को लकड़बघ्घा भी बच्चों के साथ रहती है। ग्रामीणों का कहना था कि लकड़बग्घा और उसके बच्चे के होने की जानकारी के बाद ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया था और लोग डर से शाम के बाद उधर से आना जाना बंद कर दिए थे इतना लोगों मे भय व्याप्त हो गया था की बच्चों को लोग घर से बाहर निकलने नहीं दे रहे थे डर और जान माल की अशांका के कारण ग्रामीणों द्वारा वन विभाग से निवेदन किया गया था कि वन विभाग द्वारा इस दिशा में कार्रवाई की जाए ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की जानमाल का नुकसान और कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। इस पर त्वरित करवाई करते हुए डीएफओ अरविन्द कुमार के निर्देश पर प्रभारी वनपाल मुकेश प्रजापति के नेतृत्व में रामहरि महतो सहित एक टीम का गठन करते हुए गुरुवार को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें वन विभाग को सफलता प्राप्त हुई और लकड़बग्घा के दो बच्चों को सफलता पूर्वक पकड़ लिया गया है। मामले में डीएफओ अरविंद कुमार ने बतलाया कि पकड़े गए लकड़बग्घा के बच्चोंu को वन विभाग द्वारा किस्को प्रखंड के तिसिया वन क्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा जिस रास्ते से लकड़बग्घा के बच्चों की माता का आना-जाना होता है। रेसक्यू
कार्यक्रम में मुकुल प्रजापति(प्रभारी ),किशोर नन्द कुमार (प्रभारी ), महावीर, प्रदीप, पंकज(फारेस्ट गार्ड ),रामहरि महतो (सी डब्लू ), छेदी (एच गार्ड ), और प्रदीप (ड्राइवर ) की भूमिका सराहनीय थी |