खिजुरी और केन्दुवा के आस पास एक जानलेवा गंभीर मामला सामने आया है।
खिजुरी और केन्दुवा के आस पास एक जानलेवा गंभीर मामला सामने आया है।शांतनु कुमार पिता गोविन्द प्रसाद यादव उम्र -25 वर्ष साकिन रतनगडुरा थाना+पो०-तिसरी जिला- गिरिडीह के निवासी ने बताया कि बीच रास्ते में घेरकर जान मारने के नियत से टाँगी और लोहा के रह से सिर पर मारकर गंभीर चोट कर मेरे पॉकेट में रखे 10 हजार रूपये और एंड्रायड मोबाइल छीन लेने और मोटर साइकिल गाड़ी को तोडफोड भी किया। उन्होंने कहा कि मैं दिनांक 12/12/25 को समय लगभग 9 बजे सुबह अपने मामा घर ग्राम -माँगोडीह थाना-जमुआ से अपना घर रतनगडुरा आ रहा था। इसी बीच ग्राम खिजुरी और केन्दुवा के बीच रास्ते में पहले से रेकी कर रहे अशोक यादव उर्फ आशीष यादव – पिता-स्व गुरू भोगता बसुदेव यादव पिता नारायण यादव साकिन रतनगदुरा एवं शुभम यादव, ग्राम नीमडीह खिजरी तीसरी पिता नाम नहीं मालूम (अशोक यादव भगीना) तीनो एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर मेरे बारे में रेकी कर रहे थे। जैसे में ग्राम केन्दुवा पुलिया मोड के पास पहुंचा तो पहले से घात लगाये उपेन्द्र यादव, पिता नरेश यादव अपने हाथ में धारदार टांगी किये हुए विकास यादव पिता-खीरू यादव अपने हाथ में स्टील लोहा का रङ लिए हुरे ③ अनील यादव पिता तुलसी गोप अपने हाथ में लाठी लिये हुए सभी रतनगढुरा, थाना-तिसरी निवासी में गाली ग्लोज देते हुए विकास यादव ने मेरे मोटरसाइकिन बीच रास्ते में लोहे के रह से मारकर गिरा दिया जैसे में गिरा वैसे ही उपेन्द्र यादव ने जान माने की नियती से धारदार टांगी से मेरे सिर पर वार कर दिया। विकास यादव ने गंदी गंदी गाली देते हुए हु जान मारने की नियत से लोहा के रॉड से माथा में मारा जिससे मैं वहीं पर लहुलुहान हो गया और सिर से खून बहने लगा। अनिल यादव ने अपने हाथ में पकड़े लाठी से मेरे पैर में अंधाधुनध मारने लगा। और मेरे पॉकेट में रखे 10 हजार रुपया और एक एंड्रोयड मोबाइल छीन लिया। हो हल्ला होने पर ग्रामीणों के जमा होने पर मैं किसी तरह जान बचाकर जंगल की और भागा। अगर शायद में नहीं भाग पाता हो आज मेरी मृत्यु तय थी। तीनों ने मेरी मोटर साइकिल को भी तोड़ दिया
उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाया कि मेरी जान-माल को ध्यान में देते हुए उचित कानूनी कारवाई करने की कृपा करें।

