कदवा उर्फ लिखनी धौरा गांव के डोडियाही टोले एवं अकवनिया दामर टोले में हाथियों का दस्तक, गेहूं के लगे फसल को बुरी तरह किया बर्बाद

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कदवा उर्फ लिखनी धौरा गांव के डोडियाही टोले एवं अकवनिया दामर टोले में हाथियों का दस्तक, गेहूं के लगे फसल को बुरी तरह किया बर्बाद

धुरकी प्रतिनिधि।। धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत कदवा उर्फ लिखनी धौरा गांव के डोंडियाही टोले एवं अकवनिया दामर टोले में रविवार तथा सोमवार की मध्य रात्रि में हाथियों का 5 से 7 झुंड जमकर उत्पात मचाया। कदवा उर्फ लिखनीधौरा गांव किसान सुरेश साह, राधेश्याम साह के खेतों में लगे 5 से 6 एकड़ वहीं अकवनीया दामर टोले के किसान आदम अंसारी, मोबिन अंसारी आलम अंसारी, हकीम अंसारी, नसिर अंसारी राजू साह के खेतों में लगे गेहूं के फसल को रौंद कर नष्ट कर दिया। सभी ने बताया कि वन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है बार-बार हाथियों का आतंक से परेशान हैं वहीं इसी टोले के अब्दुल हकीम अंसारी के पटवन करने वाले मशीन के लगे लगभग डेढ़ से 200 फीट की पाइप को बुरी तरह तोड़ कर नष्ट कर दिया। इसी टोले के किसान आदम अंसारी ने बताया कि हम सभी किसान फसलों की रक्षा के लिए रात भर जगते हैं इसके डर से की हाथी गांव में भी न प्रवेश कर सके। इसके लिए हम सभी ग्रामीण किसान बम पटाखा छोड़कर हम सभी स्वयं की रक्षा करते हैं। सभी ने यह भी बताया कि हाथी भगाने के लिए कोई ठोस उपाय वन विभाग को करनी चाहिए।
हाथियों के डर से ग्रामीण भयभीत है क्योंकि एक तो सुखाड़ की मार झेल रहे किसान धान की खेती को बचाने में असफल रहे वहीं गेहूं और अरहर सरसों सहित अन्य फसलें की खेती नष्ट होने का डर सताने लगी है। हाथियों के इस आतंक से अन्य किसानों की चिंता बढ़ गई है।
बताते चलें कि 5 जनवरी 2024 को धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत अम्बा खोरेया के बरसोती गांव निवासी प्रत्येक दिनचर्या के अनुसार माछपानी जंगल में 45 वर्षीय इंद्रदेव सिंह अपने भैंस को खोजने गया था तभी वह जंगली हाथी के चंगुल में आ गया और वह भागने नहीं पाया अकेला पाकर जंगली हाथियों ने इंद्रदेव सिंह को अपने कब्जे में लेकर पटक पटक कर मार डाला था । वहीं ग्रामीणों ने मृतक के परिजनो को मुवाअवजे व सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े थे, तभी घटना स्थल पर बीडीओ सह सीओ जुल्फिकार अंसारी एवं वनपाल प्रमोद कुमार यादव ने मृतक के आश्रितों को सहायता राशि प्रदान किए थे।डंडई अंबाखोरेया भण्डार मुख्य पथ को जाम कर दिया था।

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