हिंदी साहित्य भारती, झारखंड प्रदेश कार्यसमिति की बैठक संपन्नसंगठनात्मक सुदृढ़ीकरण, जिला विस्तार एवं कोष संग्रह पर हुआ व्यापक विमर्श
रांची। हिंदी भाषा, साहित्य और संगठन को सशक्त बनाने के उद्देश्य से हिंदी साहित्य भारती, झारखंड प्रदेश की प्रदेश कार्यसमिति की एक महत्वपूर्ण बैठक राजधानी रांची के सर्कुलर रोड, लालपुर स्थित होटल सिटी पैलेस में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता हिंदी साहित्य भारती, झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष श्री अजय राय ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री श्री रामनिवास शुक्ल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री डॉ सुनीता कुमारी ने किया ।
बैठक की शुरुआत नवगठित प्रदेश इकाई की औपचारिक घोषणा के साथ हुई, जिसमें प्रदेश पदाधिकारियों का परिचय एवं उनके दायित्वों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर संगठन की आगामी दिशा, संरचना और कार्ययोजना को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
मुख्य अतिथि श्री रामनिवास शुक्ल ने अपने संबोधन में हिंदी साहित्य भारती के राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और झारखंड प्रदेश इकाई द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता का आधार है। संगठन को गांव-गांव और जिले-जिले तक सक्रिय करना समय की आवश्यकता है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय राय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संगठनात्मक सुदृढ़ीकरण पर बल देते हुए कहा कि नियमित बैठकें, सक्रिय जिला इकाइयाँ और अनुशासित कार्यप्रणाली ही संगठन को मजबूत बना सकती है। उन्होंने मासिक ऑनलाइन एवं प्रत्यक्ष बैठकों की अनिवार्यता पर जोर दिया और अधिक से अधिक सदस्यों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
बैठक में कोष संग्रह को लेकर भी गंभीर विचार-विमर्श हुआ। संगठनात्मक गतिविधियों के प्रभावी संचालन के लिए कोष की आवश्यकता बताते हुए व्यावहारिक और पारदर्शी उपायों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही जिला स्तर पर संगठन विस्तार को लेकर प्रत्येक जिले में सक्रिय इकाइयों के गठन एवं कार्ययोजना पर सहमति बनी।
प्रदेश प्रभारी डॉ. अरुण कुमार सज्जन ने संगठन की वैचारिक प्रतिबद्धता, अनुशासन और दीर्घकालिक रणनीति पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि साहित्यिक चेतना के साथ-साथ संगठनात्मक मजबूती हिंदी साहित्य भारती की पहचान है।
बैठक के दौरान सभी उपस्थित सदस्यों से 2–2 मिनट में अपने विचार एवं सुझाव आमंत्रित किए गए। इस क्रम में वरिष्ठ समाजसेवी शंकर दुबे, प्राचार्य विजय कुमार शर्मा, डॉ. अटल पांडेय, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अशोक कुमार शुक्ला, मनीष अरविंद, अमित नाथ चरण, पूजा रत्नाकर, गया प्रसाद राय, बजरंग बर्मा, संजीव दत्ता, बलराम पाठक, अमित कुमार कश्यप, नवीन कुमार राय सहित अनेक सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव रखे।
इस अवसर पर राजेश कुमार, सुरेन्द्र सिंह, देवानंद राय, आलोक झा, वीर बहादुर सिंह, प्रीत यादव, सुकुमार झा,अनिकेत सिंह, संजीत राम , मुकेश साहू सहित बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक को संगठन को नई दिशा, ऊर्जा और गति प्रदान करने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया।

अजय राय
अध्यक्ष
हिंदी साहित्य भारती, झारखंड प्रदेश
