ज्ञान निकेतन कान्वेंट स्कूल में भीमराव अंबेडकर की मनाई गई जयंती
ज्ञान निकेतन कान्वेंट स्कूल में भीमराव अंबेडकर की मनाई गई जयंती
निर्देशक ने कहा मानवता ही धर्म है और संविधान ही धर्म ग्रंथ है के वक्तव्य साथ चलना होगा
गढ़वा:– स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल गढ़वा में भारतीय संविधान के निर्माता डा भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक सह शिक्षाविद तथा उपप्राचार्य बीके ठाकुर द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं बाबा साहब अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुऎ निदेशक मदन प्रसाद केशरी ने कहा कि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले अंबेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक मना जाता है। बाबा साहब के नाम से मशहुर अंबेडकर को भारत के संविधान का शिल्पकार कहा जाता है। आज़ादी के बाद उन्होंने ना सिर्फ संविधान निर्माण में सबसे अहम भूमिका निभाई बल्कि स्वतंत्र भारत को लोकतांत्रिक व न्याय व्यवस्थि भी बनाया। उन्होंने भारत के संविधान को दुनिया का सबसे बड़ा संविधान का दर्जा दिलाया दिया। बाबा साहब का जीवन वंचित, शोषित एवं पिछड़े वर्ग के उत्थान और सशक्तिकरण में समर्पित रहा। वे एक महान चिंतक, समाज सुधारक, कानून विशेषज्ञ, आर्थिक विशेषज्ञ,बहुभाषी वक्ता, संपादक और अपने आप में पत्रकार भी थे। बाबा साहब की जयंती का दिन हमें डा अंबेडकर के असाधारण योगदान की याद दिलाने के साथ साथ समानता और सामाजिक न्याय के लिए हमारे निरंतर यात्रा पर विचार करने का अवसर प्रदान करता है। जीवन में आगे चलकर उन्होंने धर्म परिवर्तन कर बौद्ध धर्म को अपनाया। उनका मानना था कि दलितों को जाति प्रथा के खिलाफ अवश्य लड़ना चाहिए और ऐसा समाज बनाने की तरफ काम करना चाहिए जिसमें सबकी इज्जत हो। उनका मनाना था की जीवन लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए। वे यह भी कहते थे कि वो किसी समाज की प्रगति उसमें मौजूद महिलाओं की स्थिति से देखते हैं।अंबेडकर उस वक्त समाज में व्याप्त भेदभाव से लड़कर अपनी काबीलियत के दम पर आजाद भारत के पहले कानून मंत्री के पद पर पहुंचे।बाबा भीमरावअंबेडकर जी का मानना था कि शिक्षा ही ईश्वर है, विज्ञान ही सत्य है, मानवता ही धर्म है और संविधान ही धर्म ग्रन्थ है। उनके जयंती पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट
प्रदर्शन करने वाले सभी छात्र छात्रों को निदेशक के द्वारा प्रशस्ति पत्र,मैडल एवं गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन बीके ठाकुर और धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ शिक्षक सन्तोष प्रसाद व प्रतियोगिता का आयोजन सीसीए इंचार्ज ऋषभ श्रीवास्तव के देख रेख में किया गया।इस कार्यक्रम में शिक्षक वीरेंद्र गुप्ता, कृष्ण कुमार, खुर्शीद आलम, नीरा शर्मा, सुनीता कुमारी, नीलम कुमारी, शिवानी गुप्ता, रागिनी कुमारी, मुकेश भारती, विकास कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
