गरीबों को भोजन एवं चूड़ा दही तिल कूट देकर मनाया मकर संक्रांति*,

मकर संक्रांति के अवसर पर गरीबों को भोजन एवं चूड़ा दही तिल कूट देकर त्यौहार मनाया गया।
पलामू जिले मुख्यालय अंतर्गत सद्गुरु प्रखंड के चर्चित समाजसेवी सह नारायण सेवा समिति के अध्यक्ष निर्दोष कुमार की अध्यक्षता में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मकर संक्रांति के अवसर पर गरीबों और असहाय लोगों को भोजन देकर त्यौहार मनाया गया। मकर संक्रांति की शुभ अवसर पर औरंगाबाद नदी के तट पर गरीब असहाय आदिम जनजाति परिया के बीच में बुंदिया पूरी दही चूड़ा खिचड़ी का वितरण करते हुए उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है जब तक मैं पृथ्वी पर हूं गरीब और सहायक के लिए जिऊंगा वहीं पर उन्होंने सिटी न्यूज़ संवाददाता को बताया कि सेवा ही नारायण सेवा है। जो लोग जरूरतमंदों की सेवा सहायता करते हैं, वे सच्चे समाजसेवी हैं। अपने लिए तो सभी जीते हैं, जो दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं वे सच्चे मानव होते हंै।
उन्होंने कहाकि भागवत भाव प्रधान और भक्ति प्रधान ग्रंथ है। भगवान पदार्थ से परे है, प्रेम के अधीन है। प्रभु को मात्र प्रेम ही चाहिए। अगर भगवान की कृपा दृष्टि चाहते है तो उसको सच्चाई की राह पर चलना चाहिए। भगवान का दूसरा नाम ही सत्य है। सत्यनिष्ठ प्रेम के पुजारी भक्त भगवान के अति प्रिय होते है। कलयुग में कथा का आश्रय ही सच्चा सुख प्रदान करता है।