ग्रामीणों ने श्रमदान कर बचाई फसल, किया बांध की मरम्मत

ग्रामीणों ने श्रमदान कर बचाई फसल, किया बांध की मरम्मत
संवाद सूत्र, गारू, लातेहार: जिले के गारू प्रखंड के मायापुर पंचायत में बभनी बांध पर तीन दिनों तक मूसलाधार बारिश के कारण खतरा मंडराने लगा था। लगातार चार दिनों की बारिश ने बांध को कमजोर कर दिया था, जिससे इसके टूटने की संभावना बढ़ गई थी। यदि बांध टूट जाता, तो सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो जाती, जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई थीं। हालांकि, मायापुर गांव के किसानों ने किसी सरकारी सहायता का इंतजार किए बिना खुद ही सामूहिक प्रयासों से बांध की मरम्मत करने का निर्णय लिया। गांव के किसानों और ग्रामीणों ने श्रमदान कर स्वयं बांध की मरम्मत का काम शुरू किया। ग्राम प्रधान अनुज तिर्की ने बताया कि बांध के टूटने से बभनी बांध के निचले हिस्से में लगी सैकड़ों एकड़ की धान की फसल खतरे में थी। बारिश का पानी बांध के किनारों को कमजोर कर रहा था, जिससे तटबंध टूटने का खतरा बढ़ गया था। बड़ी मायापुर, छोटी मायापुर और रामसेली गांव के किसानों ने एकजुट होकर श्रमदान किया। किसान नूर आलम, शीलन कुजूर, रानी खलखो, साहिल अंसारी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने मिलकर बांध की मरम्मत का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया। ग्रामीणों के इस सामूहिक प्रयास से बांध का कमजोर हिस्सा अब काफी हद तक सुरक्षित हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह बांध उनके खेतों के लिए जीवनरेखा है। अगर समय पर बांध की मरम्मत नहीं होती, तो धान की पूरी फसल डूब जाती और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता। हालांकि ग्रामीणों ने इस मरम्मत कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देकर अपनी फसलों को बचा लिया, लेकिन उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए सरकारी समाधान सुनिश्चित किया जाए।
ग्रामीणों का यह सामूहिक प्रयास न केवल उनकी फसलों को बचाने में सफल रहा, बल्कि गांव में एकता और सहयोग की मिसाल भी पेश की है।