गोपनीय रूप से मंदिर का निजी ट्रस्ट बनाकर कब्जा जमाने का हो रहा प्रयास
धरोहर पर संकट उत्पन्न कर अपनी रोटी सेंकना चाहते हैं दो लोग
गोपनीय रूप से मंदिर का निजी ट्रस्ट बनाकर कब्जा जमाने का हो रहा प्रयास
मंदिर पूरे गांव की संपत्ति, किसी का एकाधिकार उचित नहीं
मंदिर विकास समिति वर्षों से कर रहा मंदिर का रखरखाव
ठाकुरबाड़ी मंदिर के देखरेख व रखरखाव हेतू वर्तमान मंदिर विकास समिति व स्थानीय ग्रामीण सक्षम हैं।मंदिर जैसे धार्मिक व सार्वजनिक आयोजन स्थल पर शिव ध्यान तिवारी शिक्षक और वामपंथी नेता रुचीर तिवारी अपनी रोटी सेंकना चाहते हैं। इनके द्वारा गोपनीय रूप से मंदिर का ट्रस्ट बनाकर कब्जा जमाने का प्रयास हो रहा है, जबकि मंदिर पूरे गांव की संपत्ति है।इसमें किसी का एकाधिकार उचित नहीं है।
शिवध्यान तिवारी व रूचिर तिवारी गलत मानसिकता से कर रहे ट्रस्ट का निर्माण,ग्रामीण हैं आहत
मंदिर के संदर्भ में ग्रामीणों का कहना है कि शिवध्यान तिवारी जो शिक्षक हैं और वामपंथी नेता रुचीर तिवारी के द्वारा गोपनीय रूप से मंदिर का ट्रस्ट बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उनका यह प्रयास पूरी तरह से असंवैधानिक और ग्रामीणों के बीच भेदभाव उत्पन्न करने वाला है। साथ ही वर्तमान मंदिर विकास समिति जो मंदिर के विकास कार्य के संचालन में एक मिशाल कायम किया है, उसके विपरीत जाकर कमेटी की एकजुटता में सेंधमारी करने का प्रयास कर रहे हैं, जो कहीं से भी न्यायोचित नहीं है। दोनों के द्वारा ट्रस्ट बनाने के प्रयास से ग्रामीण जनता आहत है।
मंदिर के करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करने का कर रहे प्रयास
ग्रामीणों ने शिवध्यान तिवारी व रूचिर तिवारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दोनों व्यक्तियों के द्वारा मंदिर के करोड़ों की परिसंपत्तियों पर कब्जा करने के लिए निजी ट्रस्ट बनाने का प्रयास किया जा रहा है। शिवध्यान तिवारी और रुचीर तिवारी सक्रिय होकर पूरे गांव में झुठ-सच बोलकर, भोलेभाले ग्रामीणों को बरगलाने का निरंतर कार्य कर रहे हैं। यहां तक की गलत मानसिकता के साथ कुछ लोगों का हस्ताक्षर करवाकर गोपनीय रूप से ट्रस्ट बनाने के कार्य को मूर्तरूप देने में जुट गये हैं। उन दोनों के इस गलत मानसिकता से ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है और दलाल मानसिकता वाले लोगों का पूरजोर विरोध कर रहे हैं। ग्रामीण अपने पूर्वजों की धरोहर की रक्षा के लिए पूरी तरह से एकजुट है। ग्रामीणों का कहना है कि इन लोगों के द्वारा मंदिर के 1.39 डिसमिल (एक एकड़ उनचालिस डिसमिल) जमीन पर अवैध कब्जा है। मंदिर कमेटी के द्वारा जब भी अवैध कब्जा मुक्त कराने की दिशा में सक्रियता बढ़ाई जाती है, तो अवैध कब्जाधारी उक्त लोगों द्वारा मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। यहां तक की मंदिर कमेटी के सदस्यों के उपर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। कई बार मारपीट भी किया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि उपरोक्त दोनों लोगों का कुत्सित प्रयास कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।
मंदिर विकास समिति के पदाधिकारियों का चयन पूरे ग्रामवासियों के द्वारा आमसभा में होता है
ग्रामवासियों की इच्छा अनुसार बहुत जल्द मंदिर की परिसंपत्तियों के प्रबंधन हेतु ट्रस्ट का निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में मंदिर विकास समिति इसका रखरखाव वर्षों से करते आ रहा है। मंदिर विकास समिति के पदाधिकारियों का चयन पूरे ग्रामवासियों के द्वारा आमसभा में किया जाता है। पूरे ग्रामवासियों के द्वारा आमसभा में मंदिर विकास समिति के वर्तमान अध्यक्ष विजय तिवारी(अधिवक्ता), सामाजिक कार्यकर्ता नवीन तिवारी व अमीत तिवारी(अधिवक्ता) को नए ट्रस्ट बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी और यह प्रक्रिया प्रारंभ है। ऐसे में शिव ध्यान तिवारी व रुचीर तिवारी के द्वारा इस तरह का गैर मर्यादित आचरण करना उनके कुत्सित मानसिकता को उजागर करता है।
संवाददाता सम्मेलन में मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष विजय तिवारी अधिवक्ता,ललन तिवारी, सुनील तिवारी,अजय तिवारी, मुरारी तिवारी,बसंत तिवारी, विवेकानंद त्रिपाठी,युगल किशोर तिवारी,यशवंत तिवारी,अशोक तिवारी,बृजमोहन तिवारी,उमेश तिवारी,अजय तिवारी,श्री राम चरित मानस यज्ञ कमेटी के अध्यक्ष दिलीप तिवारी,मंटू,सामाजसेवी दीपक तिवारी,नवीन तिवारी,अभिषेक तिवारी,अखिलेश तिवारी,दिलीप त्रिपाठी,मनीष तिवारी रिंकू, प्रवीण तिवारी बंटू,आलोक पाण्डेय,रौशन तिवारी,रिंकू पाण्डेय,मिंटू तिवारी,आलोक तिवारी,मनीष पांडेय,बबलू तिवारी,शशि तिवारी,यशवंत तिवारी अधिवक्ता,अनुपम तिवारी व कमल किशोर तिवारी,पंकज तिवारी,राकेश तिवारी,अप्पू तिवारी,अजित तिवारी,अमित तिवारी व अशुतोष तिवारी सहित सैकड़ों की संख्या में रेड़मा ग्रामवासी उपस्थित थे।
