गिरिडीह में ज़मीन सर्वे पर किसान सतर्क! भूमाफियाओं से जमीन बचाने को किसान जनता पार्टी मैदान में

रैयत को अपना जमीन का सर्वे कराने के लिए, पहले से क्या तैयारी करके रखना है और क्या सावधानी बरतना है के बारे में किसानों को जागरूक करने के लिए मंगलवार को किसान जनता पार्टी की एक बैठक झंडा मैदान गिरिडीह में हुआ। बैठक को संबोधित करते हुए किसान जनता पार्टी के केंद्रीय कमिटी अध्यक्ष सह अधिवक्ता अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि 6 दिसंबर 2024 को झारखंड उच्च न्यायालय में रिट याचिका संख्या 2660/2021 के सुनवाई के दौरान झारखंड सरकार ने 6 महीना के अंदर झारखंड में जमीन सर्वे का काम पूरा कर लेने का हलफनामा दायर किया है। झारखंड के लातेहार और लोहरदगा जिला में जमीन सर्वे का पूरा भी हो गया है। ऐसे में गिरिडीह जिला में भी किसी भी क्षण जमीन सर्वे का काम शुरू हो सकता है। गिरिडीह जिला के के कई अंचलों में अंचल अधिकारी ने पैसे के प्रलोभन में आकर किसानों के जमीन को भूमाफियाओं के नाम पर मूल रजिस्टर टू में जमाबंदी कायम कर दिया है। तिसरी, गिरिडीह एवं बेंगाबाद अंचल अधिकारी द्वारा किए गए इस व्यापक गड़बड़ी से गांव के सीधे साधे गरीब किसान अनजान हैं। गांव के भोले भाले किसानों को यह लगता है कि उसके पास जमीन का केवाला, पर्चा, खतियान और रसीद है तो भला उसके जमीन को कैसे कोई दूसरा व्यक्ति अपने नाम पर करा सकता है पर उन्हें यह मालूम नहीं है कि रजिस्टर टू में जिसका नाम है उसी को सरकार जमीन का मालिक मानती है। ऐसे में अंचल अधिकारी द्वारा किए गए गड़बड़ियों का पर्दाफाश तब ही हो सकता है जब पूरा मौजा के रजिस्टर टू का सत्यापित प्रति एक साथ निकालकर उस मौजा के रैयतों के बीच वितरित किया जाय। किसान जनता पार्टी के संयोजक दासो मुर्मू ने कहा कि किसान जनता पार्टी की ओर से अवधेश कुमार सिंह ने माननीय झारखंड उच्च न्यायालय में रिट याचिका संख्या 5925/2022 जो दायर किया था उसमें माननीय न्यायालय ने 27 फरवरी 2024 को ही आदेश पारित कर झारखंड सरकार को गिरिडीह जिला के सभी मौजा के रजिस्टर टू का सत्यापित प्रति उपलब्ध कराने का आदेश दिया है पर जहां के अंचल अधिकारी ने व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी किया है वहां के अंचल अधिकारी रजिस्टर टू देने में सोची समझी साजिश के तहत विलंब कर रहे हैं ताकि उनके काले कारनामे का पर्दाफाश नहीं हो और सर्वे के समय रैयतों से जमकर मुद्रमोचन किया जा सके।
बैठक में निर्णय लिया गया कि किसान जनता पार्टी गिरिडीह जिला के वैसे सभी मौजा में एक – एक मौजा अध्यक्ष का अतिशीघ्र चयन करेगा जो साक्षर हो, शराबी नहीं हो, किसी दूसरे पार्टी में नहीं हो, थाना, ब्लॉक या अन्य कार्यालयों में भ्रष्ट अधिकारियों का दलाली नहीं करता हो तथा किसान जनता पार्टी के कार्यक्रमों व आंदोलन में निस्वार्थ भाव से निडरतापूर्वक भाग लेने का साहस रखता हो। मौजा अध्यक्ष के सहयोग से बिना घूस का पूरे मौजा का रजिस्टर टू निकालने, प्लॉट ऑनलाइन इंट्री कराने, उतराधिकार दाखिल खारिज कराकर मृत पूर्वजों के जगह पर जीवित किसानों के नाम पर जमीन कराने का अभियान चलाने का निर्णय लिया गया ताकि आसानी से लोग अपना जमीन का सर्वे कराकर अपने नाम से खतियान बना सके। मौजा अध्यक्ष के चयन की जिम्मेवारी किसान जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों को दिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रशासन द्वारा किए वादा के अनुरूप निर्धारित समय सीमा के अंदर अगर तिसरी अंचल से रजिस्टर टू का सत्यापित नहीं मिला तो इस बार ब्लॉक और रोड दोनों जगह तब तक जाम रखा जाएगा जब तक किए गए सभी आवेदनों से संबंधित रजिस्टर टू का सत्यापित प्रति नहीं मिल जाता अथवा पुलिस गिरफ्तार करके सभी आंदोलनकारियों को जेल नहीं ले जाती। झारखंड का लाल अपने को कहनेवाले भूमाफियाओं का दलाल विधायक बाबूलाल मरांडी का पुतला जलाने के बाद अब सांसद और मुख्यमंत्री का भी पुतला जलाने का निर्णय लिया गया।बैठक में किसान जनता पार्टी के संयोजक दासो मुर्मू, मुंशी मुर्मू, बट्टू मरांडी, कुदरत अली एलिजाबेथ मुर्मू, घनश्याम पंडित, छात्रधारी सिंह, मुकेश राय, गौने टुडू मोतीलाल हेंब्रम,हदीश अंसारी, धनेश्वर मरांडी, पानो सोरेन, रेखा कुमारी, बिना बास्के, लालिया देवी, दहनी देवी, कुदरत अली, जीतन बेसरा,रघु मुर्मू, मनवेल हंसदा, धनेश्वर मरांडी, लालो मुर्मू, मुन्ना टुडू, नबी अंसारी, महादेव विश्वकर्मा, लेबा हंसदा सहित सैकड़ों किसान जनता पार्टी के सदस्य उपस्थित रहे।