ग़ैरमजुरूआ जमीन पर माफियाओं ने ग़ैरमजुरूआ भूमि को भी नहीं छोड़ा
ग़ैरमजुरूआ जमीन पर माफियाओं ने ग़ैरमजुरूआ भूमि को भी नहीं छोड़ा
खाता नम्बर 127 पलौट नम्बर 148 रकबा लगभग 10 डिसमिल को दिया बेच
भूमाफियाओं ने इसे भी बेच कर दिया हाथ साफ, अंचल खामोस
पास के भुक्तभोगी शिवा पासवान ने अनुमण्डल से आवेदन देकर किया कार्रवाई की मांग
अब सरकारी भवन बनाने के लिए नहीं बच रहे भूखण्ड
सिमरिया : प्रखण्ड एवं अंचल के सिमरिया कला गांव में ग़ैरमजुरूआ भूमि पर कब्जा कर घर बनाने को लेकर सिमरिया कला के हीं भुक्तभोगी शिवा पासवान एवं ग्रामीणों ने अनुमण्डल कार्यालय को लिखित आवेदन देकर इसे रोकने एवं भूमाफियाओं पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग किया है। लिखित आवेदन में कहा है कि खाता नम्बर 127 पलौट 148 रकबा लगभग 10 डिसमिल सिमरिया कला के भुइँया टोली में ग़ैरमजुरूआ भूखण्ड है । जहां पास में हीं भुइँया समाज का आवादी है ।वहीं पास में ग़ैरमजुरूआ भूमि पर आंगनबाड़ी बनी हुई है। उक्त जमीन सरकारी कामकाज के लिए सदियों से भूखण्ड खाली पड़ा हुआ था। जिससे भूमाफियाओं ने उक्त ग़ैरमजुरूआ भूमि को ओने पौने में बेच अपना हाथ साफ कर लिया है। और अपना जेब भर लिया है। विवादित तो विवादित अब सरकारी ग़ैरमजुरूआ भूमि भी भूमाफियाओं से सुरक्षित नहीं है। ऐसे में सामाजिक कार्य के लिए सरकारी भवनों को बनाना बड़ा मुश्किल होगा। आपको बता दें कि इसी तरह बकचौमा खाता 2 पलौट 76,77 में 52 एकड़ भूमि है जो ग़ैरमजुरूआ भूमि है उसमें भी भूमाफियाओं का नजर पड़ गयी और देखते हीं देखते उक्त जमीन पर लगातार निजी बिल्डिंग खड़ा हो रहा है। जहां आज तक अंचल अधिकारी से लेकर वरीय पदाधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कि गयी। हैरत की बात तो तब हो गयी कि उक्त भूमि पर जमीन ना बेचने ना खरीदने से लेकर उक्त भूमि पर भवन निर्माण पर अंचल का प्रतिबंध बोर्ड लगा हुआ है। फिर भी भवनों का निर्माण लगातार जारी है और अंचलाधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कि जा रही है वैसे में क्या उक्त भूमि पर बनाये जा रहे भवन निर्माण पर रोक लगाई जा सकती है यह कल्पना से बाहर है। चुकी ग़ैरमजुरूआ भूमि के ख़िरीद फरोख्त में अंचल कर्मी भी शामिल हैं।यही कारण है कि वैसे लोग बेधड़क ग़ैरमजुरूआ भूमि को बेच कर मालामाल हो रहे हैं और करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन बेच भूमाफिया सरकार को चुना लगा रहे हैं ।
