गढ़वा में पहुंचा ज्योति कलश रथ, दीप महायज्ञ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
गढ़वा : युग परिवर्तन में गायत्री परिवार का प्रयास सराहनीय : संजय कुमार
गायत्री परिवार का शांतिकुंज हरिद्वार से चला रथ गढ़वा पहुंचा, 26 मार्च तक करेगा पूरे जिले का भ्रमण
गढ़वा : अखिल विश्व गायत्री परिवार को शांतिकुंज हरिद्वार से चला ज्योति कलश रथ रविवार की शाम में गढ़वा पहुंचा. यहां पहुंचने पर स्थानीय गायत्री परिजनों ने रथ का श्रद्धापूर्वक स्वागत किया. रथ का पूजन करने के लिये महिलाओं कि भीड़ उमड़ पड़ी. गायत्री परिवार युवा मंडल के कार्यकर्ताओं ने गढ़वा नगर परिषद की सीमा में प्रवेश करने के पूर्व रथ की अगुवानी कर टंडवा से ही मोटरसायकिल से स्कॉट करते हुये गढ़वा शहर में प्रवेश कराया. इसके पश्चात शहर के काली स्थान में रथ के आगमन पर दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया. दीप महायज्ञ में उपस्थित महिला-पुरूष श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्जवलित करते हुये युग परिवर्तन का संकल्प लिया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गढ़वा एसडीओ संजय कुमार ने उपस्थित होकर रथ का पूजन किया और आरती में शामिल हुये. इस दौरान अपना उदगार व्यक्त करते हुये एसडीओ संजय कुमार ने कहा कि गायत्री परिवार का युग निर्माण आज के समय में समाज के लिये बहुत आवश्यक है. समाज में जिस तरह से संस्कार का लोप हो रहा है और लोगों का नैतिक पतन हो रहा है, इससे बचाने के लिये गायत्री परिवार का प्रयास अत्यंत सराहनीय है. उन्होंने यह जानकर कि यह रथ पूरे गढ़वा जिले में भ्रमण कर लोगों को युग परिवर्तन का संदेश देने के लिये आया है, बहुत सराहना की. उन्होंने कहा कि आज परिवार और समाज में जिस प्रकार का नैतिकता और आस्था का संकट है, उसे बचाने के लिये गायत्री परिवार जैसे संगठन की जरूरत है. समारोह में पातंजलि योग समिति के राज्य सह प्रभारी रासबिहारी तिवारी ने कहा कि मनुष्य में भौतिक उपलब्धि के साथ आध्यात्मिक विकास भी आवश्यक है. इस दौरान उन्होंने जीवन जीने की कला पर भी प्रकाश डाला. जिला समन्वयक विनोद पाठक ने ज्योति कलश रथ के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि गायत्री परिवार द्वारा पूरे भारत की कुंडली जगाने के लिये अभियान चलाया जा रहा है. यह ज्योति कलश रथ पूरे भारत का भ्रमण कर लोगों को संदेश दे रहा है कि युगऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की भविष्यवाणी के अनुसार वर्ष 2026 तक पूरे विश्व में सामाजिक-आध्यात्मिक परिवर्तन दिखने लगेगा. इसके बाद सतयुग की वापसी शुरू हो जायेगी. उन्होंने कहा कि यह रथ 26 मार्च तक गढ़वा जिले के सभी प्रखंडों में भ्रमण कर भारतीय संस्कृति का प्रचार करेगा. इस दौरान रथ पर हरिद्वार से आये राजकुमारजी ने युग संगीत के माध्यम से समारोह को भक्तिमय बना दिया. दीपयज्ञ संतन मिश्र ने संपन्न कराया. धन्यवाद ज्ञापन मुख्य प्रबंध ट्रस्टी संजय सोनी ने किया. समारोह को सफल बनाने में गायत्री परिवार की शोभा पाठक, अनिता देवी, सुनंदा दूबे, संगीता देवी, लक्ष्मी पाठक, मीना कमलापुरी, ममता तिवारी, पूनम चौबे, शोभा सोनी, शिवानी दूबे, प्रमिला देवी, डॉ आलोक रंजन दूबे, अखिलेश कुशवाहा, राजेश गुप्ता उर्फ फंटूस, प्रभुदयाल प्रजापति, महेंद्र राम, राजेश दूबे, रंजीत केसरी, संजय कमलापुरी, आकाश कौशल, वृंदा ठाकुर, नंदू ठाकुर आदि ने सक्रिय भूमिका निभायी. मौके पर सेवानिवृत प्राचार्य पारस तिवारी, बनारसी पांडेय, वैजनाथ सिंह, सतेंद्र चौबे सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
