गढ़वा में जिला स्तरीय कृषि मेला शुरू, किसानों को उन्नत तकनीक और योजनाओं की जानकारी
कृषि महाविद्यालय गढ़वा के प्रांगण में जिला स्तरीय कृषि मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी का उपायुक्त ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
उन्नत बीज और आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रदर्शन, किसानों को मिली योजनाओं की जानकारी
गढ़वा:–कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सौजन्य से जिला कृषि महाविद्यालय गढ़वा के प्रांगण में जिला स्तरीय कृषि मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी का आयोजन गुरुवार को किया गया। जिसमें 800 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त, जिप अध्यक्ष शांति देवी, जिप उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव, सभी विधायक प्रतिनिधिओं समेत अन्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कृषि मेला का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है ,इसलिए किसानो के हितो को ध्यान में रख कर कृषि विभाग कई योजनाएं चला रही है। कृषि मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। कृषि विभाग अनुदान पर किसानो को कई तरह की सुविधाएं दे रही है। सभी किसानों को इसका लाभ अवश्य लेना चाहिए। उन्होंने किसानों से कहा कि खेती कर स्वयं समृद्ध बनें और गढ़वा जिला को भी समृद्ध बनाने में अपना योगदान दे। उपायुक्त ने अधिकारियों को योजनाओं के प्रचार-प्रसार का निर्देश देते हुए कहा कि सरकार किसानों की मदद के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने किसानों से अपनी पात्रता के अनुसार सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।
डीसी ने कहा कि कृषि मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी से किसानों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग किसानो का जीवन स्तर उंचा करने तथा उनके उत्पादों को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। कृषि के क्षेत्र मे किसानो को लाभ पहुंचाने के लिए तालाब, आहर, सामूहिक खेती तथा पावर टीलर व ट्रैक्टर सहित अन्य उपकरण उपलब्ध कराया जा रहा है। कृषि से संबंधित हर चीजों को ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने मेला में उपस्थित किसानों को बधाई दी एवं उनके द्वारा लगाए गए विभिन्न प्रकार के अच्छे किस्म के सब्जी आदि के स्टॉलों सहित विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टाल विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालका निरीक्षण किया।
कृषि मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी में कई विभागों के स्टॉल लगाए गए। कृषि मेला में किसानों द्वारा उत्पादित फसल का उद्यान प्रदर्शनी लगाया गया। जिसमें कोहड़ा, कद्दू, अमरूद, पपीता, बैर, केला, मटर, नींबू, हल्दी, आलू, पतगोभी, मूली, शलजम, मिर्चा, टमाटर, गजर, सेम, ब्रोकली, फूलगोभी, प्याज, अदरक, लहसुन समेत कई सब्जी और फल-फूल की प्रदर्शनी लगाया गया। मेला में किसानों को विज्ञान एवं वैज्ञानिक पद्धति से जैविक खेती एवं अन्य फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। मेला सह प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को नई-नई तकनीक से खेती करने का जानकारी उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर उपायुक्त ने राज्य बागवानी मिशन (गैर कार्यान्वित जिलों में) योजना अंतर्गत ग्रीन सेडनेट हाउस निर्माण की स्वीकृति राशि सांकेतिक रूप से लाभुकों को दिया। इसके अलावे रोटावेटर प्रेयर पंप इत्यादि का भी वितरण किया गया तथा लगभग 300 किसानों को विभिन्न फसलों के प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत भी किया गया।
मौके पर उपरोक्त के अतिरिक्त कृषि पदाधिकारी, पशुपालन पदाधिकारी, मत्स्य पदाधिकारी, गव्य पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस समेत अन्य पदाधिकारी एवं कृषि विभाग के कर्मी, किसान मित्र समेत अन्य उपस्थित थे।
