फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज मामले में जांच और तेज कर दी इस गिरोह से जुड़े सदस्यों के तार बंगाल से भी मिले हैं।

उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस ने फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज मामले में जांच और तेज कर दी है। इस गिरोह से जुड़े सदस्यों के तार बंगाल से भी मिले हैं। इनका पता लगाने जल्द की गोरखपुर पुलिस बंगाल जाएगी।
इस गिरोह ने कई प्रांतों में बीस करोड़ रुपए की जालसाजी की है।
गोरखपुर मंडल सहित प्रदेश के 14 जिलों में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज खोलकर छात्रों को डिग्री देने वाले गिरोह ने अब तक बीस करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। गोरखपुर व देवरिया के युवक जब नौकरी लेने गए और वहां यहां की डिग्री दिखाई गयी तब फर्जीवाड़े का पता चला। इसके बाद से इनकी शिकायत पर इस मामले की छानबीन की गयी तो मामला सही निकला।
इसके बाद से पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर लिया। तब पता चला कि देश के कई प्रांतों में यह गिरोह सक्रिय है। गिरोह की तह तक जाने के लिए गोरखपुर पुलिस बंगाल जाएगी। यहां पर छह लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनसे पूछताछ के बाद पुलिस पूरे नेटवर्क का खुलासा करेगी। मुख्य आरोपी संचालक पंकज पोरवाल को गिरफ्तार करने के बाद सामने आया था कि वर्ष 2013 से अब तक करीब 800 छात्रों से जालसाजी की गई है।
एएसपी मानुष पारीक ने बताया पुलिस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में बंगाल के कुछ लोगों का नाम सामने आया है, जिससे पूछताछ के लिए पुलिस बंगाल जाएगी।