फर्जी दस्तावेजों से नौकरी का आरोप, शिक्षक विनय कुमार ओझा पर उच्च स्तरीय जांच की मांग
कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी के विज्ञापन संख्या 03/पलामू/2015 के अनुसार एक ही शिक्षक, दो जन्म तिथियां और दो बार मैट्रिक पास: लालगढ़ पंचायत के उप-मुखिया ने शिक्षक विनय कुमार ओझा की नियुक्ति में बड़े फर्जीवाड़े का लगाया आरोप
पलामू, झारखंड | दिनांक: 23 दिसंबर 2025
पलामू जिले के विश्रामपुर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत लालगढ़ के उप-मुखिया कुणाल ओझा ने मध्य विद्यालय लालगढ़ में पदस्थापित शिक्षक संख्या 925798 विनय कुमार ओझा (पिता- स्व. सरयू ओझा उर्फ सरजू ओझा) की नियुक्ति को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उप-मुखिया ने जिला अधिकारी, पलामू को सौंपे गए एक शिकायती पत्र में साक्ष्यों के साथ दावा किया है कि उक्त शिक्षक ने फर्जी दस्तावेजों और जालसाजी के सहारे सरकारी नौकरी प्राप्त की है।
फर्जीवाड़े के मुख्य बिंदु:
दोहरी जन्म तिथि और दो बार मैट्रिक: दस्तावेजों के अनुसार, शिक्षक विनय कुमार ओझा ने पहली बार वर्ष 1989 में हाई स्कूल लालगढ़ से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की (जन्म तिथि: 29.01.1973)। आश्चर्यजनक रूप से, उसी व्यक्ति ने पुनः वर्ष 2003 में दूसरी जन्म तिथि (15.10.1982) के साथ दोबारा मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। दोनों ही प्रमाणपत्रों में व्यक्ति की तस्वीर एक ही है।
नियमों की अनदेखी: आरोप है कि वर्ष 2015-16 की नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान विभाग द्वारा दस्तावेजों के सत्यापन में भारी लापरवाही बरती गई या मिलीभगत कर फर्जीवाड़े को संरक्षण दिया गया।
आपराधिक मामले को छिपाने का आरोप: शिकायत में यह भी उल्लेख है कि उक्त शिक्षक के विरुद्ध वर्ष 2013 से 2024 तक मेदिनीनगर न्यायालय में एक आपराधिक मामला (Case No. 767/2013, धारा 147 द.प्र.सं.) लंबित था, जिसकी जानकारी नियुक्ति के समय शपथ पत्र में दी गई या नहीं, यह जांच का विषय है।
उच्च स्तरीय जांच की मांग:
उप-मुखिया कुणाल ओझा ने इस मामले की प्रतिलिपि महामहिम राज्यपाल झारखंड, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव झारखण्ड सरकार और महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) रांची को भी प्रेषित की है। उन्होंने मांग की है कि:
शिक्षक विनय कुमार ओझा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए ताकि जांच प्रभावित न हो।
दस्तावेजों के सत्यापन में शामिल अधिकारियों की भूमिका की जांच हो।
फर्जी तरीके से लिए गए वेतन की वसूली की जाए और कानूनी कार्रवाई की जाए।
कुणाल ओझा ने कहा, “यह न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग है, बल्कि उन योग्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है जो ईमानदारी से नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हम इस मामले की तह तक जाएंगे।”
संपर्क:
कुणाल ओझा (उप-मुखिया, लालगढ़)
मोबाइल: 6205211539

