एसडीएम ने राणाडीह में लगभग 300 ट्रैक्टर अनाधिकृत बालू भंडार किया जब्त
सीओ व थाना प्रभारी को दिया जिम्मानामा, जांच कर विधिक कार्रवाई का खनन विभाग को निर्देश
गढ़वा। कांडी क्षेत्र में अवैध बालू खनन एवं परिवहन को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों और मीडिया रिपोर्टों पर संज्ञान लेते हुए सदर एसडीएम संजय कुमार ने कांडी क्षेत्र के कई अवैध-खनन संवेदी इलाकों का औचक भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने अनधिकृत रूप से संग्रहित बालू को जब्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
निरीक्षण के क्रम में सर्वप्रथम कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत राणाडीह के समीप स्थित एक निजी स्टॉकयार्ड में छापेमारी की गई, जहाँ लगभग 300 ट्रैक्टर-ट्रॉली के बराबर अवैध रूप से संग्रहित बालू पाया गया। मौके पर मौजूद स्थानीय मुखिया ललित बैठा एवं दर्जनों स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि उक्त बालू को हाल ही में कोयल नदी से रातों-रात अवैध रूप से निकालकर संग्रहित किया गया है।
एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से उक्त अनधिकृत बालू भंडार को जब्त करते हुए मौके पर उपस्थित अंचल अधिकारी राकेश सहाय को सुपुर्द कर दिया। साथ ही थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया कि संबंधित स्थल से बालू उठाव को रोकने के लिए सतत निगरानी सुनिश्चित की जाए। एसडीएम ने बताया कि आगे की कार्रवाई हेतु खनन विभाग को भी निर्देशित किया जा रहा है। उक्त स्टाॅकयार्ड की अनुज्ञप्ति रद्द कराने की कार्रवाई की जाएगी।
इसके उपरांत उन्होंने मोखापी बालू घाट का निरीक्षण किया। यहां के स्टॉक यार्ड में 2000 ट्रैक्टर से अधिक बालू भंडार पाया गया। स्थानीय लोगों से मिले फीडबैक के बाद उक्त भंडार को संदिग्ध पाते हुए जिला खनन पदाधिकारी को मामले की वस्तु स्थिति संबंधी विस्तृत प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है। तब तक अंचल अधिकारी एवं थाना प्रभारी को उक्त स्टॉक पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
तलशबरिया में नदी से बालू उठाते मिले दो ट्रैक्टर
मझिआंव प्रखंड के तलशबरिया में एसडीएम को पुल से गुजरने पर नदी में दो ट्रैक्टर बालू उठाते हुए दिखे। दिनदहाड़े बालू उठते देख उन्होंने सीधा नदी की तरफ रुख कर अपनी गाड़ी दौड़ाई किंतु शायद भनक लगते ही दोनों ट्रैक्टर चालकों ने नदी में ही बालू पलट दी और खाली ट्रैक्टर ट्रॉली दौड़ाकर पास में एक ईंट भट्ठे के परिसर में खड़ा करके भाग गए। पीछा करते हुए भट्टा तक पहुंचकर भट्टा कर्मियों एवं दोनों ट्रैक्टर की चेसिस विवरणी की मदद से ट्रैक्टर मालिकों पर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही स्थानीय पुलिस को भी उक्त इलाके में सतत नजर रखने का निर्देश दिया गया है।

